न्यूज़ स्टॉपेज डेस्क
भागलपुर में अगुवानी-सुल्तानगंज को जोड़ने वाली निर्माणाधीन पुल का निर्माण अब नए सिरे से होगा। मगर इसमें अब बिहार सरकार कोई खर्च नहीं करेगी। यह खर्च पुल निर्माण करने वाली कंपनी को उठानी होगी। यह बातें बिहार के डिप्टी सीएम सह पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव ने साफ की। इस मामले में उन्होंने कहा कि सरकार ने कंस्ट्रक्शन कंपनी को नोटिस जारी किया है। पुल के आगे के निर्माण कार्य में जो खर्च आएगा अब वह कंपनी से लिया जाएगा। तेजस्वी ने कहा कि इस पुल का निर्माण अब नए सिरे से किया जाएगा। वहीं, विपक्ष की ओर से लगातार घटना की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज या फिर CBI से कराने की मांग की जा रही है। इस पर डिप्टी सीएम ने साफ मना करते हुए सवाल किया कि क्या सीबीआई वाले इंजीनियर हैं?
आईआईटी रुड़की की रिपोर्ट के बाद होगा पुल निर्माण
पुल की क्वालिटी को लेकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्हें पहले ही संदेह था। यह मामला उन्होंने नेता प्रतिपक्ष रहते हुए उठाया था। हालांकि, नए सिरे से पुल के निर्माण को लेकर उन्होंने कहा कि IIT रुड़की की रिपोर्ट आने के बाद इसे कराया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार पर भार नहीं आने दिया जाएगा। निर्माण कार्य में जो राशि खर्च होगी वह कॉन्ट्रेक्टर से ही लिया जाएगा। तेजस्वी ने यह भी कहा कि हमने नवंबर-दिसंबर में समीक्षा के बाद काम रोकने का स्पष्ट निर्देश दिया था।
15 दिनों में नदी से मलबा हटाने का निर्देश
पुल का निर्माण कर रही कंपनी को शोकॉज किया गया है। पथ निर्माण विभाग की ओर से अगुवानी घाट साइड में बचे एक और स्पैन को तुरंत तोड़ने और एजेंसी को गंगा नदी से 15 दिनों में मलबा हटाने कहा गया है। बताते चलें कि दो सदस्यीय टीम हादसे की जांच कर रही है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई होगी। वहीं, नया डीपीआर तैयार किया जाएगा।