द फॉलोअप डेस्क
सर दर्द, बदन दर्द और सर्दी में दे आराम, पीड़ा हारी बाम…झंडू बाम… ये बातें आपने झंडू बाम के विज्ञापन में सुनी होगी। लेकिन इस बाम से इन पीड़ाओं के साथ कैदी अपने कैद होनी की पीड़ा भी दूर कर ले रहे हैं। आप चौंक गए हैं। जाहिर है झंडू बाम और कैदी के कैद होने की पीड़ा का आखिर क्या कनेक्शन है। दरअसल बिहार के तीन कैदियों की कैद की पीड़ा झंडू बाम से ही दूर हुई है। अब चलिए आपको पूरी घटना बताते हैं। दरअसल गुरुवार को बिहार पुलिस को तीन कैदियों ने झंडू बाम की मदद से चूना लगाया और फरार हो गए। पूरा मामला यह है कि फुलवारी जेल से पेशी के लिए कैदियों से भरी बस को पटना सिविल कोर्ट लाया जा रहा था। इस दौरान पीरबहोर थाना क्षेत्र के कुल्हड़िया कॉम्पेल्स के पास पुलिसकर्मी की आंख में झंडू बाम लगा कर तीन कैदी फरार हो गए। बताया जा रहा है कि एक पुलिसकर्मी का हाथ भी टूट गया है।
फिल्मी स्टाइल में दो वाहन आपस में टकराया, फिर ऐसे हुए फरार
जेल से पेशी के लिए कैदी वाहन से 42 कैदियों को ले जाया जा रहा था। इस बीच फिल्मी स्टाइल में कैदी वाहन वाले रास्ते में दो वाहन टकरा गए। (अक्सर फिल्मों में इस तरह के सीन देखने को मिलते हैं) बीएन कुल्हड़िया कॉम्प्लेक्स के बीच में दो वाहनों के टक्कर होने के कारण सड़क पर जाम लग गया। कैदी वाहन की पुलिस सड़क जाम छुड़ाने के लिए बस उतरते हैं। इस बीच तीनों कैदी पुलिसकर्मी की आंख में झंडू बाम रगड़ देते हैं। जिसके कारण कुछ देर के लिए पुलिसकर्मी आंख मलते रहे तब तक तीन कैदी मौके से फरार हो गए। जो कैदी फरार हुए हैं वे आर्म्स एक्ट और नारकोटिक्सस ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सलटेंस एक्टं (NDPS) के तहत जेल में 2020-2021 से बंद थे। इन कैदियों के नाम सोनू शर्मा, सोनू कुमार और नीरज चौधरी बताए जा रहे हैं।
पहले भी भागने की कोशिश कर चुका है सोनू
फरार हुए तीन कैदियों में से सोनू कुमार नामक कैदी पहले भी सिविल कोर्ट में पेशी के दौरान भागने का प्रयास किया था। तब उसे पकड़ लिया गया था। इधर, कैदी वाहन से फरार होने के मामले में अब पुलिस ने पीरबहोर थाने में तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है कि इस मामले में पुलिस की भी लापरवाही मानते हुए संबंधित पुलिसकर्मी पर कार्रवाई भी होगी।