न्यूज़ स्टॉपेज डेस्क
पूरे विश्व की निगाहें सूर्य मिशन पर, इसरो ने रचा इतिहास
श्रीहरिकोटा। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान 3 की ऐतिहासिक लैंडिंग के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो एक बार फिर इतिहास रचने की दहलीज पर है. अब देश के साथ-साथ विश्व की निगाहें इसरो के सूर्य मिशन यानी आदित्य-एल1 पर टिकी हैं. श्रीहरिकोटा के लॉन्चिंग सेंटर से इसरो के सूर्य मिशन आदित्य-एल1 मिशन को शनिवार 11.50 बजे लॉन्च कर दिया गया. आदित्य एल-1 अंतरिक्ष यान को पृथ्वी और सूर्य के बीच की एक फीसदी दूरी तय करके एल-1 पॉइंट पर पहुंचा देगा. लॉन्चिंग के ठीक 125 दिन बाद यह अपने पॉइंट एल1 तक पहुंचेगा. इस पॉइंट पर पहुंचने के बाद आदित्य-एल1 बेहद अहम डेटा भेजना शुरू कर देगा. लॉन्च होने के थोड़ी देर बाद पीएसएलवी-एक्सएल रॉकेट से आदित्य-एल 1 अलग होकर अपनी यात्रा पर निकल गया. यहां से इसकी 125 दिन की यात्रा शुरू हो चुकी है. यहां से यह धरती के चारों तरफ 16 दिनों तक पांच ऑर्बिट मैन्यूवर करके सीधे धरती की गुरुत्वाकर्षण वाले क्षेत्र यानी स्फेयर ऑफ इंफ्लूएंस से बाहर जाएगा. फिर यहां से उसकी 109 दिन की यात्रा शुरू होगी.
भारत के पहले सौर मिशन के लिए इसरो को बधाई : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने इसरो को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारत ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा जारी रखी है. भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य -एल1 के सफल प्रक्षेपण के लिए, इसरो के हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई.
हेमंत सोरेन ने दी बधाई
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि चंद्रयान 3 की सफलता के बाद इसरो के हमारे महान वैज्ञानिकों ने सूर्य का अध्ययन करने के लिए आदित्य एल 1 की सफल लॉन्चिंग की है। इस अवसर पर देश सहित इसरो के समस्त वैज्ञानिकों और उनके परिवारों को अनेक अनेक बधाई, शुभकामनाएं और जोहर।
राज्यपाल ने वैज्ञानिकों को दी बधाई
रांची : राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सूर्य मिशन आदित्य एल-1 के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। राज्यपाल ने ट्वीट कर शनिवार को कहा कि चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद अब सूर्य की गतिविधियों के अध्ययन के लिए सूर्य मिशन आदित्य एल-1 के सफल प्रक्षेपण के लिए समस्त देशवासियों को भी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।
आदित्य-एलवन की सफल लॉन्चिंग के दौरान आई खबर…. चांद पर 100 मीटर चल चुका प्रज्ञान
इसरो प्रमुख डॉ. एस. सोमनाथ ने आदित्य-एलवन की सफल लॉन्चिंग के बाद कहा कि चंद्रयान-3 का रोवर प्रज्ञान अब तक चांद की सतह पर 100 मीटर चल चुका है. विक्रम लैंडर और रोवर दोनों की सेहत सही है. दोनों के सभी पेलोड्स तरीके से काम कर रहे हैं.इससे पहले रोवर ने विक्रम लैंडर की शानदार फोटो ली थी. सामने आए गड्ढे से बचने के लिए उसने रास्ता भी बदला था. तस्वीरें वो नेविगेशन कैमरा से ले रहा है. इस कैमरे को लेबोरेटरी फॉर इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स सिस्टम्स ने बनाया है. प्रज्ञान रोवर में एक तरफ ये दो नैवकैम लगे हैं. असल में रोवर का कुल वजन 26 केजी है. यह तीन फीट लंबा, 2.5 फीट चौड़ा और 2.8 फीट ऊंचा है. छह पहियों पर चलता है.
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