न्यूज स्टॉपेज डेस्क
नींबू पानी को सेहत के लिए कई प्रकार से लाभकारी जाता है। चूंकि यह विटामिन-सी का बेहतर स्रोत है, इसलिए इसे इम्युनिटी को मजबूती देने वाले पेय में से एक माना जाता है। कुछ शोध में यह भी कहा गया है कि नींबू पानी पीने से हमारा शरीर डिटॉक्सिफाई होता है जिससे शरीर की विषाक्तता कम होती है और मेटाबॉलिज्म में भी सुधार होता है। पर क्या आप जानते हैं कि हम में से ज्यादातर लोग नींबू पानी पीते समय एक बड़ी गलती कर रहे हैं जिससे दांत को गंभीर क्षति होने का जोखिम हो सकता है? अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि अगर आप रोज सुबह या फिर दैनिक रूप से नींबू पानी पीते हैं, तो इससे संबंधित एक सावधानी के बारे में जानना बहुत आवश्यक हो जाता है। ज्यादातर लोगों को इसे पीने का सही तरीका नहीं पता होता है जिसके कारण कुछ ही समय में ऐसे लोगों में दांतों से संबंधित समस्याएं शुरू हो जाती हैं। आइए इस बारे में विस्तार से समझते हैं।
अम्लीय खाद्य-पेय पदार्थों से दांतों को नुकसान
नींबू पानी हो या इस तरह का कोई भी अम्लीय खाद्य-पेय पदार्थ, ये दांतों के इनेमल के क्षरण का कारण बन सकता है। इनेमल, दांतों का पतला बाहरी आवरण है जो दांतों को मजबूती देने के लिए आवश्यक होता है। यदि आप अधिक अम्लीय चीजों का सेवन करते रहते हैं तो ये समय के साथ आपके इनेमल को हानि पहुंचाने लग जाती है। जिससे दांतों का पहला सुरक्षात्मक आवरण हट जाता है और डेंटिन की परत दिखने लगती है, यह आपको दांतों की संवेदनशीलता का अनुभव करा सकती है।
झनझनाहट और संवेदनशीलता की दिक्कत
इनेमल के हट जाने के कारण आपके दांत पीले दिखाई दे सकते हैं और जीभ लगाने पर खुरदरेपन का एहसास होता है। यह स्थिति आपमें झनझनाहट और संवेदनशीलता की समस्या को बढ़ाने वाली मानी जाती है। आप कुछ भी गर्म या ठंडा खाते हैं तो आपको तेज झनझनाहट या दर्द का एहसास हो सकता है। यह संकेत है कि आपके दांत कमजोर हो रहे हैं और इन्हें तुरंत विशेष देखभाल की आवश्यकता है।4 of 5
नींबू पानी पीने का क्या है सही तरीका?
अगर नींबू पानी का सही तरीके से सेवन किया जाए तो दांतों को होने वाले नुकसान से बचने के साथ अधिकतम लाभ प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए कुछ बातों का खास ध्यान रखें।
- गिलास से सीधे पीने की जगह आप स्ट्रॉ के माध्यम से नींबू पानी पीना शुरू कर दें, जिससे अम्ल का सीधा संपर्क दांतों से न होने पाए।
- अम्लीय पेय-खाद्य पदार्थ या नींबू पानी पीने के बाद तुरंत कुल्ला करें। यह दांत की सतह पर बचे एसिड को हटा देता है और मौखिक लार की अम्लता को कम कर देता है।
- नींबू पानी पीने के बाद शुगर-फ्री गम चबाएं। यह आपको अधिक लार उत्पन्न करने में मदद करता है, जिससे मुंह की अम्लता को कम किया सकता है।
इन अम्लीय चीजों से भी होता है नुकसान
कोई भी खाद्य या पेय पदार्थ कितना अम्लीय है इसका अंदाजा उसके पीएच वैल्यू के आधार पर लगाया जाता है। जिन खाद्य पदार्थों का पीएच स्तर 4.6 या उससे अधिक होता है उन्हें नुकसानदायक माना जाता है। नींबू के अलावा इन चीजों की भी अम्लीयता अधिक होती है।
- नींबू का रस (पीएच: 00–2.60)
- अंगूर (पीएच: 90–3.82)
- अनार (पीएच: 93–3.20)
- ब्लूबेरी (पीएच: 12–3.33)
- अनानास (पीएच: 20–4.00)
- सेब (पीएच: 30–4.00)
- आड़ू (पीएच: 30–4.05)
- संतरे (पीएच: 69–4.34)
—————-
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।