न्यूज स्टॉपेज डेस्क
बालू तस्करों का चारागाह बना हुआ है छापर बालू घाट। सूत्रों के अनुसार रांची के बुढ़मू में स्थित इस घाट में अवैध बालू की ढुलाई मे 150 वाहन लगे हुए हैं। बताया जा रहा है कि सारा खेल एक स्टॉक चालान के नाम पर किया जा रहा है। अब सवाल है की आखिर किसके चालान के नाम पर अवैध बालू का यह गोरखधंधा फल-फूल रहा है? किनके पास लाखों चालान है जो अवैध ढुलाई मे लगा रहे है? अगर चालान नहीं है तो किसके इशारे पर यह सारा खेल जारी है? जबकि, जो सूचना है कि प्रति वाहन, प्रति ट्रिप 8000 (आठ हजार) रूपये चालान के नाम से लिया जा रहा है। मगर किसी गाड़ी में चालान नही दिया जा रहा है। राजधानी में बैठे दो व्यक्ति में से एक सफेदपोश इसमें शामिल हैं। इसके अलावा एक छापर का स्थानीय व्यक्ति को पूरा वसूली का जिम्मा दे कर काम का मॉनिटरिंग किया जा रहा है। दूसरी ओर इस अवैध उगाही मे एक सीनियर ऑफिसर के नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है।
दुर्घटनाग्रस्त वाहन पर नहीं हुआ एफआईआर
सोमवार की सुबह अवैध बालू लदे एक वाहन (जेएच 10 बीभी-3523) बुढ़मू थाना क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। घंटों मशक्कत के बाद दुर्घटनाग्रस्त वाहन से बालू की अनलोडिंग कराकर उसे क्रेन की मदद से उठाया गया। सब दिन के उजाले में होता रहा। मगर इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई। मामले को दुर्घटनास्थल से ही रफा-दफा कर दिया गया है। जबकि, दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद पुलिस की दल वहां पहुंची थी। मामले को रफा दफा करने की बात घंटों चलती रही। यह सबकुछ स्थानीय लोगों के बीच ही चलता रहा। इस मामले को रफा दफा करना इस बात का प्रमाण है कि स्थानीय पुलिस इस मामले में संदिग्ध भूमिका में है। अवैध बालू लदे वाहन के दुर्घटना ग्रस्त वाहन के मामले को बगैर एफआईआर रफा-दफा कर दिया जाना इस बात का संकेत है कि हाई प्रोफाइल खेल के तहत बालू का अवैध तस्करी धड़ल्ले से किया जा रहा है।