न्यूज़ स्टॉपेज डेस्क
साल 2023 के अंतिम दिन पहले दिन गांडेय से जेएमएम विधायक सरफराज अहमद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। साल 2024 के पहले दिन स्पीकर ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। झारखंड विधानसभा सचिवालय की ओर से इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी गई। सरफराज अहमद के इस्तीफा के पीछे कोई कह रहा है की झामुमो की बड़ी रणनीति है। वहीं दूसरी और राजनीतिक हल्का में चर्चा है कि पार्टी से नाराज होकर सरफराज अहमद ने यह कदम उठाया। हालांकि सीएम हेमंत सोरेन को ईडी के द्वारा भेजे गए सातवें समन के बाद गांडेय विधायक अहमद का इस्तीफा दिए जाने से भविष्य में होने वाले बड़े उलटफेर की संभावना को ज्यादा बल मिल रहा है। राजनीतिक एक्सपर्ट का कहना है कि सीएम हेमंत सोरेन की अगर मुश्किलें बढ़ती है तो उनकी पत्नी कल्पना सोरेन की ताजपोशी कराई जा सकती है। दरअसल कल्पना सोरेन ST सीट से चुनाव नहीं लड़ सकती। इसलिए गांडेय जैसी सामान्य सीट का चयन किया गया है।
कल्पना सोरेन नहीं बन सकती मुख्यमंत्री!
झारखंड विधानसभा सदस्य सूचना जारी होने के बाद एक्स परिचय शेयर करते हुए गुड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि
झारखंड के गांडेय विधायक सरफराज अहमद ने विधानसभा से इस्तीफ़ा दिया,इस्तीफ़ा स्वीकार हुआ । हेमंत सोरेन जी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देंगे,झारखंड की अगली मुख्यमंत्री उनकी पत्नी कल्पना सोरेन जी होंगी । नया साल सोरेन परिवार के लिए कष्टदायक। इस पोस्ट के शेयर करने के करीब 1 घंटे के बाद फिर दूसरा पोस्ट शेयर किया और राज्यपाल से अनुरोध करते हुए लिखा कि राज्यपाल झारखंड को क़ानूनी सलाह लेना चाहिए,झारखंड विधानसभा का गठन 27 दिसंबर 2019 को हुआ। सरफराज अहमद का इस्तीफ़ा 31 दिसंबर को हुआ। एक साल से कम समय में चुनाव नहीं हो सकता। दूसरे पोस्ट में उन्होंने मुंबई हाईकोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि होने
मुंबई हाईकोर्ट के काटोल विधानसभा के निर्णय के अनुसार अब गांडेय में चुनाव नहीं हो सकता। काटोल विधानसभा जब महाराष्ट्र में ख़ाली हुआ तब विधानसभा का कार्यकाल 1 साल 50 दिन ख़ाली था। राज्यपाल महोदय यदि कल्पना सोरेन जी कहीं से विधायक नहीं बन सकती हैं तो मुख्यमंत्री कैसे बनेंगी?