न्यूज स्टॉपेज डेस्क
गठबंधन सरकार में राज्य की युवाओं के साथ धोखा किया जा रहा है। 2019 से लेकर अब तक आयोजित JSSC एवं JPSC की सभी परीक्षा की जांच सीबीआई से कराई जाए। ये बातें भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक अमित मंडल ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने jmm सरकार को नया नाम दिया। कहा कि JSSC का फुल फॉर्म JMM सरकार की Services और Commission है। प्रेस वार्ता में प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अशोक बड़ाईक एवं युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शशांक राज उपस्थित थे।
राज्य सरकार में कई विरोधाभास
अमित मंडल ने कहा कि राज्य सरकार में कई विरोधाभास देखने को मिलती है। नियुक्ति नियमावली, नियोजन नीति एवं भाषा का विवाद हुआ वो राज्य की युवाओं से छुपा नही है। JPSC-JSSC मुद्दों को लेकर भाजपा शुरू से ही युवाओं के हक-अधिकार को लेकर सड़क से लेकर सदन तक लड़ती रही। भाजपा विधायकों एवं कार्यकर्ताओं के ऊपर लाठीचार्ज की गई। यहां तक कि संगीन धारा लगाकर एफआईआर दर्ज की गई।
मिलीभगत का प्रमाण देख रही जनता
पेपर लीक मामले एवं अन्य ब्लैक लिस्टेड एजेंसी और सरकार के लोगो की मिलीभगत है। इसका प्रमाण राज्य की जनता देख रही है। उन्होंने कहा कि झारखंड प्रतियोगी परीक्षा विधेयक सरकार द्वारा युवाओं के आवाज को दबाने का एक सोची समझी षड्यंत्र है। जो सरकार के घोटालों के खिलाफ बोलेगा वो जेल जायेगा।
एजेंसी दूसरे राज्य में बैन-ब्लैकलिस्टेड है
हेमंत सरकार में जितने भी एजेंसी परीक्षा में शामिल रहे, उन्हें किसी न किसी राज्य में बैन किया गया है। ब्लैक लिस्टेड है या कार्यवाई चल रही है।
उन्होंने राज्य सरकार से चार बिंदु पर मांग किया है…
1. JSSC CGL के साथ साथ लैब असिस्टेंट, PGT एवं JSSC- JE की भी सीबीआई से जांच कराई जाए।
2. राज्य सरकार बताए कि ब्लैक लिस्टेड एजेंसी को किस प्रकार कमीशन द्वारा नियुक्ति परीक्षा के लिए बहाल किया गया।
3. क्या सरकार आंदोलन कर रहे सारे युवाओं के ऊपर चार्ज FIR को वापस लेगी क्योंकि यह प्रमाण हो गया है कि गलतियां एजेंसी एवं विभाग द्वारा हुई है।
4. JSSC- तत्कालीन अध्यक्ष,विभागीय पदाधिकारियों के ऊपर कार्यवाई करायेगी या नही?