न्यूज स्टॉपेज डेस्क
अंजुमन इस्लामिया रांची में बीते काफी समय से आपसी विवाद चरम पर है। सदर मोख्तार अहमद और सचिव डॉ. तारीक हुसैन के बीच जोर-आजमाईश कार्यालय से निकलकर सड़क पर भी आ चुका है। अंजुमन इस्लामिया रांची दो गुट में बंट गई है। इसके कारण जो विकास के काम होने थे वो लगभग थम गए। इस विवाद का सबसे अधिक नुकसान गरीबों को झेलनी पड़ रही थी। इस बीच अंजुमन इस्लामिया रांची के नायब सदर (उपाध्यक्ष) मो. नौशाद की अध्यक्षता में सचिव, सह सचिव, कार्यकारिणी सदस्य और विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में हुई बैठक में गरीबों के इलाज में मदद देने को लेकर बड़ा निर्णय लिया गया। तय हुआ कि अब अंजुमन इस्लामिया के फंड से लोगों के इलाज में मदद किए जाएंगे।
कर दी गई मदद की शरुआत
एक मरीज को संस्था की ओर से अधिकतम 25 हजार रुपए की आर्थिक मदद की जाएगी। इसके तहत हिंदपीढ़ी के एक गरीब बच्चे जिसकी दोनों किडनी खराब हो गई है उसे सबसे पहले 25 हजार रुपए मदद देकर इसकी विधिवत शुरुआत भी कर दी गई।
5 सदस्यीय कमेटी की जांच के बाद होगी मदद
जरूरतमंदों की मदद को लेकर अंजुमन इस्लामिया रांची की पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। जिसमें उपाध्यक्ष मो. नौशाद, कार्यकारिणी सदस्य शाहिन अहमद, शाहिद टुकलू, लतीफ और नजीब शामिल हैं। कमेटी के तीन सदस्य भी अगर किसी जरूरतमंद की जांच कर रिक्यूमेंट कर देते हैं तो उसे फौरन अंजुमन इस्लामिया रांची की ओर से चेक के माध्यम से मदद की जाएगी।
अभी क्या हो रही थी परेशानी
सदर और सचिव के बीच आपसी विवाद के कारण अंजुमन इस्लामिया अस्पताल जकात फंड से गरीबों के इलाज के लिए मदद नहीं हो पा रहा था। ऐसे में जरूरतमंदों को काफी परेशानी हो रही थी। ऐसे में अंजुमन इस्लामिया रांची के इस निर्णय से आम लोगों को बहुत राहत मिलेगी।