न्यूज स्टॉपेज डेस्क
रांची के सदर अस्पताल की एक बड़ी उपलब्धि सामने आई है। यहां पहली बार न्यूरोसर्जरी का ऑपरेशन किया गया। रांची के सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने झारखंड के सदर अस्पताल के लिए इसे ऐतिहासिक दिन बताया। उन्होंने बताया कि दो माह पूर्व बोकारो के चंदनकियारी निवासी 64 वर्षिय अशोक भगत के रीढ़ के नीचले हिस्से (लंबर स्पाइन) में फ्रेक्चर हुआ था। जिस कारण एक नश (एल5 एएस1) दबने से शरीर का नीचला हिस्सा पैरालाइज हो गया। दोनों पैर ने काम करना बंद कर दिया। सदर अस्पताल में डॉ अशोक मुंडा न्यूरो सर्जन, डॉ नीरज कुमार एनेस्थीसिया, डॉ वासुधा गुप्ता, डॉ विकाश कुमार की टीम ने झारखंड के सदर अस्पताल के इतिहास का पहला न्यूरो सर्जरी का ऑपरेशन किया है। ऑपरेशन के दौरान मरीज को रॉड भी लगाना पड़ा। सफल ऑपरेशन के बाद मरीज का पैर उठना शुरू हो गया। डॉक्टरर्स ने मरीज को एक महीने तक आराम करने की सलाह दी है। उसके बाद वो चल फिर सकेंगे।
आयुष्माण कार्ड से निःशुल्क हुआ इलाज
प्राइवेट अस्पताल में इसी ऑपरेशन का लगभग तीन से चार लाख रुपए खर्च होता। मगर यहां मरीज के पास आयुष्मान कार्ड होने के कारण पूरा ईलात निःशुल्क हुआ। ऑपरेशन में आनंद कुमार, लखन कुमार, प्रणव कुमार, नीरज, वसीम अकरम ने भूमिका निभाई।
दो दिन बाद होगा ब्रेन सर्जरी
सदर अस्पताल के न्यूरो विभाग में दो दिन बाद ब्रेन की सर्जरी की जाएगी। सिविल सर्जन के अनुसार मरीज के आपरेशन से पहले होने वाले रूटीन जांच की जा रही है। वहीं, वर्तमान में सदर अस्पताल में न्यूरो विभाग में दो और मरीज भर्ती हैं, जिनका ऑपरेशन किया जाना है। उन्होंने बताया की अन्य संस्थानों में न्यूरो स्पाइन सर्जरी के लिए दो महीने से अधिक का वेटिंग करना पड़ता है। लेकिन रांची सदर अस्पताल में कम समय लग रहा है।