न्यूज स्टॉपेज डेस्क
रांची : राज्य में जब से हेमंत सरकार बनी है, तब से आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ा है। उभरते युवा आदिवासी नेता सुभाष मुंडा की हत्या किसी दल के नेता की नहीं, बल्कि आदिवासी समाज की हत्या है। आदिवासी समाज की सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। अपराधियों पर लगाम लगाना हेमंत सरकार के बस की बात नहीं है। इस राज्य में खनन माफिया गिरोह और गैंगस्टर के संगठित अपराध गिरोह की एक समानांतर सरकार चला रही है, इस कारण भय का माहौल है। युवा नेता सुभाष मुंडा की हत्या हुए तीन दिन हो गये हैं, लेकिन अब तक मामले का उद्भेदन नहीं हो पाया है। मैं सुभाष मुंडा जी की हत्या की सीबीआई जांच की मांग करता हूं। उक्त बातें झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कहीं।
वे युवा आदिवासी नेता स्व सुभाष मुंडा के परिजनों से मुलाकात के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। सुभाष मुंडा की हत्या पिछले दिनों हो गई थी। उन्होंने कहा कि रांची में मुख्यमंत्री से लेकर चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी जैसे तमाम बड़े अधिकारी बैठे हैं, वहां अपराधियों ने दिनदहाड़े आदिवासी समाज के चमकते हुए दीपक को बुझा दिया। अपराधियों व गैंगस्टरों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि वे विदेश में बैठकर वीडियो बनाकर वसूली कर रहे हैं और सरकार चुपचाप तमाशा देख रही है। मौके पर पूर्व मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, क्षेत्र के विधायक नवीन जायसवाल, पांकी विधायक शशिभूषण मेहता समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।