झारखंड के 15 निकायों के 1.6 लाख घरों को मिलेगा शुद्ध पेयजल, 1447 करोड़ होंगे खर्च

– 1395 किमी बिछेगा वितरण पाइप लाईन, 8 लाख 17 हजार लोग होंगे लाभांवित

– जुडको ने देश के नामी-गिरामी कंपनियों की प्रीबिड मीटिंग बुलाई, जल्द निकलेगा टेंडर

न्यूज स्टॉपेज डेस्क
झारखंड के 15 नगर निकायों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश और नगर विकास सचिव  विनय कुमार चौबे के पहल पर झुमरीतिलैया, मेदिनीनगर, लोहरदगा, गुमला, कपाली, बड़कीसरैया, रेहला-विश्रामपुर, महागामा, धनवार, डोमचांच, जामताड़ा, हरिहरगंज, बड़हरवा, वंशीधरनगर और छतरपुर शहरी निकाय में 1,63,393 आवासों को निःशुल्क वाटर कनेक्शन दिया जाएगा। जिससे लगभग 8.17 लाख लोग लाभांवित होंगे। इस योजना पर कुल 1447 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस योजना के लिए राशि एशियन डेवलपमेंट बैंक , विश्व बैंक तथा अम्रुत योजना से खर्च की जाएगी। इसके लिए जुडको के सभागार में सोमवार को परियोजना निदेशक ( तकनीकी ) गोपालजी की अध्यक्षता में देश के प्रख्यात कंपनियों की बिडर्स कांफ्रेंस बुलाई गई। जल्द ही कंपनियों की उत्सुकता का समाधान कर निविदा निकाली जाएगी।

किस निकाय में कितने खर्च की है योजना
झुमरीतिलैया: यहां की पेयजलापूर्ति योजना पर 146.73 करोड खर्च किए जाएंगे। कुल 25043 घरों को वाटर कनेक्शन दिया जायेगा। 4 जलमीनार बनेंगे। 50 किलोमीटर वितरण पाईपलाइन  बिछाई जाएगी। 8.7 एमएलडी का जलशोधन संयंत्र बनेगा।

मेदिनीनगर: मेदिनीनगर के लिए 165.76 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। कुल 24711 आवासों को वाटर कनेक्शन दिया जायेगा। 212 किलोमीटर वितरण पाईपलाइन बिछेगी। 4 जलमीनार बनेंगे। 17 एमएलडी का जलशोधन संयंत्र बनेगा। दोनो योजनाएं एडीबी की हैं।

लोहरदगा: लोहरदगा पेयजलापूर्ति योजना पर 127.47 करोड़ रुपये खर्च होंगे, 14300 आवासों को वाटर कनेक्शन से जोड़ा जायेगा। 4 जलमीनार बनेंगे। कुल 171.16 किमी पाईपलाइन बिछेगा। 16.5 एमएलडी का जलशोधन संयंत्र बनेगा।

गुमला जलापूर्ति: यहां की जलापूर्ति योजना पर 97.69 करोड़ लागत आयेगी। 4 जलमीनार बनेंगे। 15 एमएलडी का जलशोधन संयंत्र बनेगा। 73.33 किमी वितरण पाईपलाइन बिछेगा। कुल 12687 घरों को शुद्ध पेयजल मिलेगा।

कपाली निकाय: कपाली पेयजलापूर्ति योजना परद 63.38 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 2 जलमीनार बनेगा। 14110 आवासों को जल नल से  जोड़ा जायेगा। 13.5 एमएलडी का जलशोधन संयंत्र बनेगा। 93.11 किमी  वितरण पाईपलाइन बिछेगा।

तीनो निकायों में विश्व बैंक, अम्रुत -2 एवं राज्यांश से योजनाओं का होगा संचालन
बड़कीसरैया: यहां की योजना पर 38.20 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। एक जलमीनार बनेगा। कुल 4913 आवासों को वाटर कनेक्शन दिया जायेगा। 4.5 एमएलडी का जलशोधन संयंत्र बनेगा। 79.06 किमी वितरण पाईपलाइन बिछेगी।

रेहला-विश्रामपुर: इस निकाय की जलापूर्ति योजना पर 103.73 करोड़ रुपये लागत आयेंगे। 3 जलमीनार बनेगा। 21 एमएलडी क्षमता का जलशोधन संयंत्र बनेगा। 10271 घरों को वाटर कनेक्शन दिया जायेगा। वितरण पाईपलाइन 130 किमी बिछेगी।

महागामा निकाय: महागामा में पानी के लिए 72.85 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। यहां 11 एमएलडी का जलशोधन संयंत्र बनेगा, 79.86 किमी पाईपलाइन बिछायी जायेगी। 3 जलमीनार बनेंगे। कुल 8206 घरों को जल नल से जोड़ा जायेगा।

धनवार शहर: धनवार जलापूर्ति योजना पर 63.89 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 2 जलमीनार  बनेगा। 30.93 किमी पाईपलाइन बिछायी जायेगी। 8 एमएलडी का जलशोधन संयंत्र बनेगा। 5597 आवासों को वाटर कनेक्शन दिया जायेगा।

डोमचांच निकाय: यहां की जलापूर्ति योजना पर 81.32 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। 2 जलमीनार बनेगा। 10 एमएलडी का जलशोधन संयंत्र  बनेगा। कुल 7161 आवासों को वाटर कनेक्शन दिया जायेगा। 45.86 किमी वितरण पाईपलाइन बिछेगी।

जामताड़ा निकाय: जामताड़ा की योजना पर कुल 110.06 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। 3 जलमीनार बनेंगे। 8.5 एमएलडी का जलशोधन संयंत्र बनेगा। 7860 आवासों को वाटर कनेक्शन दिया जायेगा। 98.77 किमी वितरण पाईप बिछायी जायेगी।

हरिहरगंज: यहां की योजना पर 82.41 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 2 जलमीनार बनेगा। 7.28 एमएलडी का जलशोधन संयंत्र बनेगा। कुल 5006 घरों को वाटर कनेक्शन दिया जायेगा। 73.67 किमी वितरण पाईपलाइन बिछायी जायेगी।

बड़हरवा: बड़हरवा में पेयजलापूर्ति पर 63.25 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 2 जलमीनार बनेगा। 10 एमएलडी का जलशोधन संयंत्र बनेगा। कुल 7094 घरों को जल नल से जोड़ो जायेगा। 50 किलोमीटर पाईपलाइन बिछायी जायेगी।

वंशीधरनगर: इस निकाय में पेयजलापूर्ति पर 125.83 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। 2 जलमीनार  बनेगा। 11.56 एमएलडी का जलशोधन संयंत्र बनेगा। कुल 8549 आवासों को वाटर कनेक्शन दिया जायेगा। 104.22 किमी वितरण पाईपाइन बिछेगी।

छतरपुर शहर: छतरपुर में पेयजल के 105.95 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। यहां के 7825 घरों को जल संबंधन दिया जायेगा। 2 जलमीनार बनेंगे। 10.52 एमएलडी का जलशोधन संयंत्र बनेगा। कुल 103 किमी वितरण पाईपलाइन बिछेगा।

कंपनियों को आना चाहिए आगे
बिडर्स कांफ्रेंस को पीडीटी गोपालजी एवं पीडी एडमिन अरविंद कुमार मिश्र ने संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के शहरी निकायों में पेयजलापूर्ति उपलब्ध कराने के लिए कंपनियों को आगे आना चाहिए। उप महाप्रबंधक आलोक मंडल ने कंपनियों की शंकाओं का समाधान किया। उप परियोजना निदेशक उत्कर्ष मिश्र ने एडीबी और विश्वबैंक के अधिकारियों के साथ विडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एजेसिंयो की सवालों का जवाब दिलवाया। धन्यवाद ज्ञापन महाप्रबंधक जलापूर्ति एसएस सेनगुप्ता ने किया जबकि मंच संचालन सामाजिक विशेषज्ञ रामाशीष रजक ने किया। कांफ्रेंस में देश की 40 से अधिक कंपनियों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

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