मौलाना आजाद कॉलेज शासी निकाय गठन की जांच के लिए अंजुमन इस्लामिया रांची की छह सदस्यीय कमेटी गठित

न्यूज स्टॉपेज डेस्क 
मौलाना आजाद कॉलेज के शासी निकाय गठन की जांच को लेकर अंजुमन इस्लामिया रांची की छह सदस्यीय कमेटी का गठन हुआ। गठित कमेटी को निर्देश दिया गया है कि वे दो दिन के भीतर जांच कर रिपोर्ट सौंपे। इसी आधार पर अंजुमन इस्लामिया की ओर से जांच रिपोर्ट रांची यूनिवर्सिटी को सौंपी जाएगी। बताते चलें कि जांच कमेटी गठित करने को लेकर रविवार को अंजुमन प्लाजा स्थित कार्यालय में अंजुमन इस्लामिया के पदाधिकारियों और कार्यकारणी समिति की बैठक हुई। बैठक में अध्यक्ष हाजी मोख्तार अहमद नहीं पहुंचे। तब उनकी जगह पर उपाध्यक्ष मो नौशाद ने बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में रांची विश्वविद्यालय की ओर से मौलाना आजाद कॉलेज की शासी निकाय गठन की जांच करने के आदेश पर चर्चा की गई। इस मामले की जांच के लिए छह सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। गठित टीम में अंजुमन के महासचिव डॉ तारीक हुसैन, सदस्य शाहीद अख्तर टुकलू, अयूब राजा खान, नूर आलम, मो नकीब और कॉलेज के संयोजक शाहीन अहमद कोे शामिल किया गया है।

अध्यक्ष ने बैठक में शामिल होने से किया इंकार: उपाध्यक्ष
बैठक में उपाध्यक्ष मो नौशाद ने बताया कि अध्यक्ष मोख्तार अहमद को भी इसमें बुलाया गया था। लेकिन उन्होंने बैठक में शामिल होने से इंकार कर दिया। बैठक में महासचिव डॉ तारीक हुसैन, शाहीद अख्तर, अयूब राजा खान, मो लतीफ, नूर आलम, साजिद उमर, शाहजाद बब्लू, मो वसीम, मो नकीब, मो नजीब, नदीम अख्तर, शाहीन अहमद, मो जावेद समेत अन्य शामिल थे।

क्यों किया गया है छह सदस्यीय कमेटी का गठन
बैठक में सदस्यों को बताया कि मौलाना आजाद कॉलेज के संचालन के लिए बना बॉयलाज में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि शासी निकाय के गठन से पहले हायर मुस्लिम एजुकेशन सोसाइटी का गठन करना है। इस सोसाइटी में अंजुमन के सभी सदस्य व पदाधिकारी सीधे सदस्य होंगे। मगर मौजूदा शासी निकाय के अध्यक्ष ने नियमविरूद्ध शासी निकाय का गठन किया था। जिसकी शिकायत रांची यूनिवर्सिटी से की गई थी। जिसके बाद आरयू ने जांच समिति का गठन किया था। जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मौलाना आजाद कॉलेज के शासी निकाय के सचिव और गार्जियन प्रतिनिधि की नियुक्ति नियमानुसार नहीं किया गया है। जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर रजिस्टार ने आदेश जारी किया है कि अंजुमन इस्लामिया मौलाना आजाद कॉलेज की पैरेंट्स बॉडी है। इसलिए अंजुमन को अधिकृत किया जाता है कि वह शासी निकाय के सचिव व गार्जियन प्रतिनिधि की नियुक्ति की जांच कर अपनी रिपोर्ट विश्वविद्यालय को सौंपे। ताकि विश्वविद्यालय आगे की कार्रवाई कर सके। यही कारण है कि अंजुमन इस्लामिया ने जांच के लिए अपने स्तर से छह सदस्यीय टीम का गठन किया है।

रातू रोड कब्रिस्तान में बुलंद दरवाजा बनाने के लिए मंगलवार को होगी बैठक
अंजुमन की बैठक में रातू रोड कब्रिस्तान में बुलंद दरवाजा बनाने पर सहमति मिल गई। कब्रिस्तान के संयोजक मो वसीम ने बताया कि बुलंद दरवाजा का काम इसी महीने शुरू कर दिया जाएगा। स्थल चयन को लेकर मंगलवार को कब्रिस्तान परिसर में एक मीटिंग रखी गई है। उस मीटिंग के बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। वहीं, जामा मस्जिद के संयोजक नूर आलम के प्रस्ताव पर मस्जिद के समीप दुकान निर्माण करने का भी प्रस्ताव पारित किया गया है। साथ ही अंजुमन के कर्मियों के वेतन बढ़ोत्तरी पर भी बैठक में सहमति दी गई है।

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