रिम्स निदेशक को हटाने के बाद मंत्री इरफान अंसारी के तेवर तल्ख, किसे दे दी सन्यास लेने की नसीहत

न्यूज स्टॉपेज डेस्क
झारखंड का स्वास्थ्य विभाग, खाद्य आपूर्ति विभाग या आपदा प्रबंधन अब किसी का चारागाह नहीं रहेगा। अब जो काम करेगा, वो रहेगा। जो कामचोर और भ्रष्ट है, वह बाहर जाएगा। ये विभाग अब काम के नाम पर आरामगाह नहीं बने रहेंगे। ये बातें स्वास्थ्य, खाद्य आपूर्ति व आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कही। उन्होंने कहा कि व्यवस्थाएं यूं ही नहीं बदलतीं। कुछ कड़े फैसले लेने पड़ते हैं, और मैं वो फैसले लेने के लिए तैयार हूं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 18 सालों तक स्वास्थ्य विभाग को ऐसा लूटा जैसे ये कोई खान हो। लेकिन अब खनन बंद हो गया है। अब वक्त है सिस्टम और माफियाओं के इलाज का। स्वास्थ्य विभाग में हर यूनिट, हर विंग एक कमिटमेंट है जनता के प्रति। यहां कोई भी सुस्ती, ढील या दलाली अब नहीं चलेगी।

अबकी बार, सुधर जाइए, नहीं तो पर्दा उठेगा

इरफान अंसारी ने यह भी कहा कि जो अफ़सर काम में टांग अड़ाते हैं, या बाहर से उंगली पकड़कर किसी को खींचने की कोशिश करते हैं, उनसे बस यही कहूंगा, अबकी बार, सुधर जाइए, नहीं तो पर्दा उठेगा और किरदार सामने आएगा। बिना नाम लिए उन्होंने विपक्ष के नेताओं के भी आड़े हाथों लिया। कहा कि नेताओं के बीच कुछ ऐसे भी हैं जो हर जगह करप्शन ही सूंघते हैं। जैसे गाड़ी में पेट्रोल की जगह बासी घी डाल दिया हो। अरे भाई, थोड़ा जनता के काम पर भी ध्यान दे लिया कीजिए।

बाबूलाल-सरयू राय रेडियो की तरह पुराने ख्याल में फंसे हैं
बाबूलाल और सरयू राय पर भी मंत्री इरफान अंसारी ने निशाना साधा। कहा, कुछ बुजुर्ग नेता यानि बाबूलाल जी और सरयू राय जी, जिनका हम सम्मान करते हैं। उनसे भी मैं कहना चाहता हूं कि अब एआई का जमाना है, आप लोग अब भी रेडियो की तरह पुराने ख्याल में फंसे हैं। जरा धैर्य रखिए, मेडिकल व्यवस्था सुधारने में वक्त लगेगा। कोई जादू की छड़ी नहीं है हमारे पास। और अगर धैर्य नहीं है, तो अब राजनीति से सन्यास लेने पर विचार कीजिए। क्योंकि नेताओं को मार्गदर्शक बनना चाहिए, मलबा नहीं।

हम सब कुछ एक्स-रे से देख सकते हैं
इरफान अंसारी ने कहा कि अब न किसी को लूटने दिया जाएगा, न घुसपैठ की इजाज़त मिलेगी। जो भी करप्शन को ढाल बनाकर छिपना चाहता हैं उससे बस यही कहना है कि सावधान, अब हम सब कुछ एक्स-रे से देख सकते हैं। स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार, टेक्नोलॉजी का समावेश, सही डायग्नोस्टिक्स, आधुनिक लैब्स और स्टाफ का प्रशिक्षण ये सब सिर्फ़ बातें नहीं, ये मेरी प्रतिबद्धता है। और मैं इसे निभाकर दिखाउंगा। उन्होंने कहा कि झारखंड अब बदलेगा और जो बदलाव से डरता है वो किनारे हो जाए।

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