न्यूज स्टॉपेज डेस्क
धनबाद जिला अंतर्गत मधुबन में 9 जनवरी को घटित घटना को लेकर आजसू की 6 सदस्यीय कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंपी। बताते चलें कि पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो के निर्देशानुसार छ: सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। समिति निर्मल महतो (विधायक मांडू), लम्बोदर महतो (पूर्व विधायक गोमिया), पंकज श्रीवास्तव (पूर्व न्यायाधीश), सुबोध प्रसाद (पूर्व डी.आई.जी), राजेंद्र मेहता (प्रधान सचिव) और राधेश्याम गोस्वामी (प्रधान सचिव) शामिल थे।
भूमि अधिग्रहण, मुआवजा लंबित है
समिति के सदस्यों ने घटना में प्रभावित परिवारों से दिनांक 15 जनवरी को मुलाकात कर पूर्ण जानकारी प्राप्त की। तत्पश्चात समिति के सदस्यों ने अध्यक्ष सुदेश महतो को जांच में प्राप्त जानकारी से अवगत कराया। बताया कि BCCL द्वारा सीमांकन/चहारदीवारी निर्माण के लिए Hilltop कंपनी को एजेंसी नियुक्त किया गया। स्थानीय लोगों का भूमि अधिग्रहण का मुआवजा और नियुक्ति संबंधित कई समस्याओं का निराकरण लंबित है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी पूरी नहीं हुई है।
सांसद का नाम गलत मंशा से एफआईआर में दर्ज हुआ
समिति के अनुसार सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी का नाम ग़लत मंशा से FIR में अंकित किया गया है। इससे मुद्दे को भटकाने का प्रयास हो रहा है। दूसरी ओर Hilltop कंपनी द्वारा ग्रामीणों और स्थानीय रैयतों की आवाज़ को दबाने के लिए आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को सहारा लिया जा रहा है।