न्यूज स्टॉपेज डेस्क
झारखंड के किडनी बीमारी से पीड़ित मरीज इन दिनों आयुष्मान पोर्टल के बदलावकी वजह से परेशानियों से जूझ रहे हैं। खासकर जिन्हें डायलिसिस की जरूरत है। उन्हें चार घंटे डायलिसिस के अलावा दो घंटे आयुष्मान के लिए रजिस्ट्रेशन और डिस्चार्ज कराने की प्रक्रिया से भी गुजरना पड़ रहा है। बताते चलें कि रांची में हर दिन करीब 400 में से 300 मरीज आयुष्मान से डायलिसिस कराते हैं। जबकि, पूरे राज्य में हर दिन लगभग एक हजार मरीज डायिलिसि कराते हैं इनमें 700 आयुष्मान से कराते हैं।
बदलाव से क्या हो रही है परेशानी
आयुष्मान के रजिस्ट्रेशन पोर्टल में झारखंड में ही बदलाव हुआ है। बिहार व अन्य पड़ोसी राज्यों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। पहले महीने में 12 डायलिसिस के लिए मरीजों को पोर्टल में एक बार ही रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता था। आम तौर पर मरीजों को सप्ताह में अधिकतम तीन दिन ही डायलिसिस की जरूरत होती है। ऐसे में उन्हें परेशानी नहीं होती थी। मगर अब पोर्टल में बदलाव के बाद हर दिन डायलिसिस कराने आने पर मरीजों को भर्ती और डिस्चार्ज कराना पड़ रहा है।
सीएम से लेकर पीएम को भी कराया गया अवगत
पोर्टल में बदलाव किए जाने के कारण रिम्स, सदर सहित राज्य के लगभग सभी अस्पतालों में यह परेशानी हो रही है। कई बार तो अप्रूवल आने में काफी देर हाती है इससे भी मरीज परेशान रहते हैं। इसको लेकर पारस हॉस्पिटल सहित अन्य अस्पतालों की ओर से स्वास्थ्य मंत्री, मुख्यमंत्री और प्रधान मंत्री को पत्र लिख कर इस विषय पर अवगत कराया गया है।