न्यूज स्टॉपेज डेस्क
झारखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन दिलचस्प नजारा देखने को मिला। सत्र शुरू होने से पहले ही भाजपा और झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक विधानसभा के गेट के बाहर अगल-बगल में प्रदर्शन करते दिखे। भाजपा के विधायकों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को घेरा। ईडी के द्वारा 6 समन किए जाने के बावजूद उपस्थित नहीं होने के मामले को लेकर विधानसभा के गेट के बाहर प्रदर्शन किया। भाजपा ने हेमंत सोरेन से इस्तीफा की मांग की। उनका कहना था कि ईडी के दर से भागने वाले मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने हेमंत सरकार के चार सालों के कार्यकाल की सीबीआई जांच की भी मांग की। दूसरी और झामुमो के विधायकों ने वन कानून को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार को घेरा। हम हैं आदिवासी हम हैं जंगल के मालिक और पूंजी पत्तियों को जंगल बेचना बंद करो जैसे स्लोगन लिखे तख्ती लेकर जेएमएम के विधायकों ने प्रदर्शन किया। झामुमो के विधायकों ने वन संरक्षण संशोधन एक्ट 2023 को वापस लेने की मांग की।
धीरज साहू के मामले को हाथ से नहीं जाने देना चाहती है भाजपा
कांग्रेस के सांसद धीरज साहू के ठिकाना से मिले कैश मामले को भाजपा छोड़ने के मूड में नहीं है। शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी इस मामले को लेकर भाजपा के विधायकों ने प्रदर्शन किया। कांग्रेस का काला साम्राज्य लिखे तख्ती को लेकर प्रदर्शन करते हुए उन्होंने कांग्रेस से जवाब देने की मांग की। अलग सत्ता पक्ष का कहना है कि धीरज साहू ने जवाब दे दिया है कि जो कैश आयकर विभाग को बरामद हुए हैं वह उनके हैं। मगर भाजपा इसको मानने को तैयार नहीं है।