न्यूज स्टॉपेज डेस्क
झारखंड मेडिकल एसोसिएशन (जेएमए) की कोर कमेटी के सदस्यों ने शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री इरफान इंसारी से उनके आवास पर मुलाकात की। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. सिद्धश्वर बास्के ने मंत्री को जेएमए के गठन के बारे में बताया। डॉ. बास्के ने बताया कि कैसे पूरे झारखंड से 1000 से अधिक डॉक्टर एक छत के नीचे एक इकाई के रूप में काम करने के लिए एक साथ आए हैं। मंत्री इरफान अंसारी ने यह जानकर खुशी जताया कि जेएमए में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और फिजियोथेरेपी जैसे विभिन्न क्षेत्रों के डॉक्टर शामिल हैं। मंत्री ने जेएमए के प्रतिनिधिमंडल को यह समझाने के लिए पर्याप्त समय दिया कि आने वाले दिनों में ये संस्था कैसे काम करेगी। मंत्री इरफान अंसारी से मिलने के संबंध में डॉ. बास्के ने बताया कि उन्होंने अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकाल कर हमारी बातों को सुना। झारखंड मेडिकल एसोसिएशन के गठन को लेकर प्रोत्साहित किया। साथ ही हर तरह से मदद देने का आश्वासन भी दिया।
झासा चुनाव में हुई है गड़बड़ी
झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विसेज एसोसिएशन (झासा) के चुनाव में गड़बड़ी की जानकारी भी डॉ. सिद्धेश्वर बास्के ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी को दी। उन्होंने बताया कि संघ का चुनाव 19 जनवरी 2025 को संपन्न हुआ है। जिसमें गलत तरीके से परिणाम घोषित किए गए हैं। चुनाव में 2025-27 का नामांकन फार्म भरना था पर डा० शरद कुमार (देवघर) ने फार्म 2024-26 का भरा और चुनाव जीता है। यह विधिसम्मत नहीं है। संगठन पर भी बड़ा आरोप लगाते हुए उन्होंने बताया कि संगठन के हित का कार्य नहीं बल्कि कुछ दबंग डॉक्टर निजी स्वार्थ एवं स्वेच्छाचारिता कार्य शैली अपनाए हुए हैं। विभागीय अधिकारी के साथ मिलीभगत कर स्थानीय आदिवासी पिछड़ी दलित समाज के डाक्टरों को नियमानुसार हक अधिकार से वंचित रखा जाता है। आज संगठन के नाम पर उद्योग चला रहे हैं। हालांकि, उन्होंने मंत्री को यह भी बताया कि वे झासा से जुड़े हुए हैं और उनका संगठन झासा का नहीं, बल्कि कुछ दबंग लोग जो गलत तरीके से संगठन में कार्य कर रहे हैं उनका विरोध करते रहेंगे।