न्यूज स्टॉपेज डेस्क
झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विसेज एसोसिएशन (झासा) के चुनाव में गड़बड़ी की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी से की गई है। राज्य संयोजक के पद पर चुनाव लड़ने वाले व रांची सिविल सर्जन कार्यालय में पदास्थिापित डॉ. सिद्धेश्वर बास्के ने मंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि संघ का चुनाव 19 जनवरी 2025 को संपन्न हुआ है। जिसमें अवैधानिक परिणाम घोषित किए गए हैं। चुनाव में 2025-27 का नामांकन फार्म भरना था पर डा० शरद कुमार (देवघर) ने फार्म 2024-26 का भरा और चुनाव जीता है। यह विधिसम्मत नहीं है। डा० शरद ने 18 वर्ष का अनुभव दर्शाया है, जबकि वह बगैर जेआईपीएससी उत्तीर्ण नौकरी में नियुक्ति मिली है। इस प्रकार कई अनियमितताएं हुई हैं। जो जांच का विषयक एवं गैरकानूनी है।
संगठन के नाम पर चल रहा है उद्योग
डॉ. बास्के ने पत्र में संगठन पर भी बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि संगठन के हित का कार्य नहीं बल्कि निजी स्वार्थ एवं स्वेच्छाचारिता कार्य शैली, कुछ दंबग डाक्टर ने विभागीय अधिकारी के साथ मिलीभगत में स्थानीय आदिवासी पिछड़ी दलित समाज के डाक्टरों को नियमानुसार हक अधिकार से वंचित रखा जाता है। आज संगठन के नाम पर उद्योग चला रहे हैं। इसलिए चुनाव के अनियमितता की जांच होने के साथ इसे रद्द किया जाए। स्वास्थ्य मंत्री के अलावा इस पत्र की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी भेजी गई है।
चुनाव के दौरान भी लगाया था आरोप
स्टेट कन्वेनर पद पर चुनाव लड़ने वाले डॉ. सिद्धेश्वर बास्के ने चुनाव टीम पर भी पूर्व में गंभीर आरोप लगाया था। उन्होंने तब भी कहा था कि राज्य संयोजक के पद पर चुनाव लड़ने वाले डॉ. शरद का फॉर्म 2024-2026 का है। जबकि, चुनाव 2025-2027 का है। डा. बास्के का कहना है कि मैंने चुनाव अधिकारी को मांग की थी कि गलत तरीके से नामांकन दाखिल हुआ है। इनकी उम्मीदवारी रद्द की जाए। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसलिए कोर्ट भी जाउंगा।