न्यूज स्टॉपेज डेस्क
रांची। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता आभा सिन्हा ने कहा कि लोकतंत्र के लिए चुनाव आयोग का निष्पक्ष रहना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति, सेवा शर्तों और कार्यकाल को लागू करने के लिए राज्यसभा में जो विधेयक पेश किया है यदि यह कानून बन गया तो इससे चुनाव आयोग की स्वायत्तता पर असर पड़ेगा।
उन्होंने शनिवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि विधेयक में प्रस्ताव है कि मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति प्रधानमंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता और एक केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के पैनल की सिफारिश पर राष्ट्रपति द्वारा की जाएगी। सिन्हा ने कहा कि यदि यह बिल कानून बन गया तो चुनाव आयोग स्वतंत्र नहीं रह पाएगा। निष्पक्ष नहीं रह पाएगा। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान में शक्तियों का पृथक्करण है यानी न्यायपालिका और कार्यपालिका एक-दूसरे की शक्ति नहीं छीन सकतीं लेकिन कानून के जरिए सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने जो संतुलन बनाया था उसे खत्म करने की कोशिश की जा रही है।
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