न्यूज स्टॉपेज डेस्क
झारखंड में मरीजों की समस्या बढ़ गई है। स्वास्थ सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गई। दरअसल एमजीएम जमशेदपुर में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ कमलेश उरांव के साथ एक मरीज के परिजनों के द्वारा की गई मारपीट को लेकर राज्य भर के डॉक्टर गुस्से में हैं। इसको लेकर राज्य के करीब 15000 डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। मारपीट करने वालों की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और झासा ने शुक्रवार की सुबह 6 बजे से चिकित्सा सेवा ठप करने का ऐलान किया है। इसके तहत डॉक्टर अनिश्चतकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। बताते चले कि संबंध में आईएमए और झासा ने संयुक्त रूप से राज्य के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह और रिम्स निदेशक डॉ आरके गुप्ता को पत्र लिखकरर कार्य बहिष्कार की सूचना पूर्व में ही दे दी है। इसके तहत सभी ओपीडी सेवाएं आज ठप है।
चिकित्सकों का टूटता है मनोबल
अनिश्चितकालीन हड़ताल को लेकरआईएमए के सचिव डॉ प्रदीप सिंह का कहना है कि मारपीट की घटना का वीडियो फुटेज वायरल हो रहा है। दोषियों को चिन्हित किया गया मगर अब तक कार्रवाई नहीं हुई। जिसके कारण राज्य भर के चिकित्सकों में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि हम मरीजों का अहित नहीं चाहते हैं। मगर मरीजों की सेवा करने वाले चिकित्सकों के साथ मारपीट की घटना से हमलोगों का मनोबल टूटता है। हालांकि, उन्होंने कहा है कि कार्य बहिष्कार के दौरान इमरजेंसी सेवा पर असर नहीं पड़ेगा। इधर, घटना के बाद से ही एमजीएम जमशेदपुर में डॉक्टर कार्य बहिष्कार पर हैं। डॉक्टर दोषियों की गिरफ्तारी को लेकर अस्पताल परिसर में प्रदर्शन कर रहे हैं।
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