न्यूज़ स्टॉपेज डेस्क
इजरायली सेना नापाक हरकत कर रही है। गाजा संघर्ष में मारे गए फिलिस्तीनियों की लाशों से सेना के जवान अंगों को चुरा रही है। ये आरोप मिडिल-ईस्ट और नॉर्थ अफ्रीका (MENA) एवं यूरोप में मानवाधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था यूरो-मेड ह्यूमन राइट्स मॉनिटर ने लगाया है। संस्था ने इस मामले की स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय जांच का आह्वान भी किया है। हिंदुस्तान मीडिया में प्रकाशित खबर के अनुसार संस्था ने आरोप लगाया है कि इजरायली सुरक्षा बल के जवान कब्र खोदकर भी फिलिस्तीनी लाशों से उनके अंग की चोरी कर रहे हैं। वहीं मानवाधिकार संस्था ने ये भी कहा है कि अल-शिफा अस्पताल परिसर के एक प्रांगण में सामूहिक कब्र से भी इजरायली सेना ने लाशों को खोदकर निकाला है।
लिवर, किडनी और हार्ट जैसे अन्य महत्वपूर्ण अंग हो रहे गायब
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दर्जनों लाशों को रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति को भी सौंपा गया है। इन लाशों को दफनाने की प्रक्रिया पूरी करने के लिए दक्षिणी गाजा पट्टी में पहुंचाया गया है। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि वहां भी इजरायली सेना द्वारा दर्जनों शवों को अपने पास रखा हुआ पाया गया। दूसरी ओर गाजा पट्टी में तैनात कई चिकित्सा पेशेवरों की रिपोर्ट का हवाला देते हुए संस्था ने कहा कि उन्होंने भी लाशों से अंग चोरी के बारे में चिंता व्यक्त की है। बताया जा रहा है कि इन चिकित्सकों ने कुछ शवों की जांच की थी। जांच के दौरान उन्हें अंग चोरी के सबूत मिले हैं। जिनमें कोक्लीयर (कान के पार्ट) और कॉर्निया (आंख के पार्ट) के गायब होने की बात सामने आई। वहीं, लिवर, किडनी और हार्ट जैसे अन्य महत्वपूर्ण अंग भी गायब होने वाले अंगों में शामिल हैं।
फिलिस्तीनियों के शवों को अपने पास रखने का रहा है इतिहास
इजरायल का मृत फिलिस्तीनियों के शवों को अपने पास रखने का इतिहास रहा है। ये बातें मीडिया रिपोर्ट में कही गई। रिपोर्ट की माने तो इसने कम से कम 145 फ़िलिस्तीनियों के अवशेषों को अपने मुर्दाघरों में और लगभग 255 को जॉर्डन की सीमा के पास अपने तथाकथित “नंबर्स कब्रिस्तान” में इजरायल ने रखा है। हालांकि, ये कहा जा रहा है कि ये लाशें जनता की पहुंच से बाहर है। यूरो-मेड मॉनिटर की एक पूर्व रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायल के अधिकारियों ने फिलिस्तीनी लाशों को जीरो डिग्री टेम्परेचर वाले माहौल में रखा है। ताकि, लाश सड़-गल ना सकें। साथ ही संभवतः अंग चोरी के सबूत छुपाए जा सकें।