न्यूज स्टॉपेज डेस्क
लोकसभा चुनाव को लेकर शुक्रवार को बिहार में बड़ा राजनीतिक डेवलपमेंट हुआ है। मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी एक बार फिर से इंडिया गठबंधन में शामिल हो गई। शुक्रवार को पटना स्थित आरजेडी दफ्तर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की गई। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने गोपालगंज, झंझारपुर और मोतिहारी सीट वीआईपी को राजद कोटे से देने की घोषणा की।
साहनी ने कहा भाजपा ने सीने में खंजर घोंपा
प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी ने कहा कि मुकेश सहनी मेरे बड़े भाई हैं। उन्होंने बहुत मेहनत की। लोगों की समस्याओं को उठाने का प्रयास किया। वहीं, साहनी ने कहा कि उनके सीने पर भाजपा ने खंजर घोंपा है। बताते चलें कि पूर्व में राजद और वीआईपी पार्टी के बीच संबंध अच्छे नहीं रहे। 3 अक्टूबर 2020 को राजद कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सहनी पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाते हुए गठबंधन से अलग हो गए थे। फिर एनडीए में शामिल हो गए थे।
लालू की सहमति से मिली एंट्री
बताया जा रहा है कि सहनी कई दिनों से एनडीए या फिर महागठबंधन का हिस्सा बनने की कोशिश कर रहे थे। इधर,सहनी सुबह लालू यादव से मिलने राबड़ी आवास पहुंचे थे। बातचीत के दौरान तेजस्वी यादव भी वहां मौजूद थे। करीब डेढ़ घंटे तक मीटिंग चली। लालू की सहमति के बाद महागठबंधन में सहनी को शामिल किया गया। मुकेश सहनी निषाद जाति से आते हैं।
पूरे बिहार में है सहनी वोट बैंक
जातीय गणना में बिहार में निषादों की आबादी 2.60 फीसदी है। बिहार के 7 लोकसभा सीट पर सहनी वोट बैंक सीधा असर है। मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, खगड़िया, उजियारपुर, पूर्वी चंपारण, दरभंगा और सुपौल में यह जाति निर्णायक भूमिका निभाती है। वैसे, पूरे बिहार की हर लोकसभा में भी सहनी वोट बैंक है।
अब कौन पार्टी कितने सीटों पर लड़ेगी चुनाव
राजद- 23
कांग्रेस – 9
लेफ्ट- 5
वीआईपी- 3