न्यूज स्टॉपेज डेस्क
रांची नगर निगम क्षेत्रांतर्गत अवैध जल संयोजन पर अंकुश लगाने, अवैध जल संयोजन धारकों को चिन्हित कर उन्हें नियमित करवाने तथा अवैध जार वाटर बॉटलिंग प्लांट पर विधिसम्मत् कार्रवाई करने हेतु दो धावा दल का गठन किया गया है। टीम एक के द्वारा वार्ड नंबर 01 से 27 एवं टीम दो के द्वारा वार्ड नंबर 28 से 53 में अवैध जल संयोजन के विरुद्ध अभियान चलाया जाएगा। बता दें कि 16.04.2025 को कुल 18 अवैध जल संयोजन एवं वाटर बॉटलिंग प्लांट को नोटिस निर्गत किया गया था।
दस्तावेज नहीं मिलने पर प्लांट को किया जाएगा सील
गुरूवार को निगम क्षेत्रांतर्गत कुल 07 अवैध जार वाटर बॉटलिंग प्लांट एवं 07 अवैध जल संयोजन धारकों को नोटिस निर्गत कराया गया। जिसमें उन्हें सात कार्यदिवस के अंदर इससे संबंधित दस्तावेज निगम कार्यालय में प्रेषित करने का निर्देश दिया गया है। तथा सही दस्तावेज ना मिलने पर संचालकों पर विधिसम्मत् कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से संचालित जार वाटर प्लांटों को सील कराया जायेगा।
किसको किसको किया गया नोटिस
टीम 01 – बरियातू, जोड़ा तालाब, इंद्रपस्त कॉलोनी क्षेत्र में अवैध जार वाटर बॉटलिंग प्लांट की जांच की गई। जिसमे अमित कुमार, समीर सिन्हा, निर्मल कुमार, कमल कुमार तौसीफ साहब, वसीम असलम, कंजीत फातमा के द्वारा संचालित वाटर बॉटलिंग प्लांट को नोटिस दिया गया।
टीम 02 – वार्ड 42, बिरसा चौक क्षेत्र में कुल 07 अवैध जल संयोजन की जांच की गई एवं नोटिस निर्गत किया गया। सात दिनों के भीतर जल संयोजन को नियमित करवाने का निर्देश दिया गया। जिसमें रानी कुमारी, सुशील देवी, अशोक कुमार, राजेश्वरी, गणेश कुमार सिंह. सूरज यादव, पूनम देवी को नोटिस निर्गत किया गया।
क्या कहता है म्यूनिसिपल एक्ट
झारखण्ड नगरपालिका अधिनियम 2011 की धारा 206 (उपधारा-1, 2. 3 एवं 4), 218, 600 के तहत् रांची नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत यदि अवैध रूप से जल संयोजन, पाईप लाईन में मोटर लगाकर, नगर निगम के सरकारी नलकूप में निजी मोटर पम्प लगाकर, नगर निगम के सरकारी एचवाईडीटी एवं मिनी एचवाईडीटी में अतिरिक्त निजी पाईप अथवा कब्जा कर राईजिंग मेन पाईप से जल संयोजन, स्वीकृत फेरूल साईज से अधिक आकार का फेरुल/बैन्ड लगाकर, अवैध जार वाटर प्लाट संचालन की जाती है, तो विधि सम्मत् कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।