न्यूज स्टॉपेज डेस्क
शहर में लगाए गए मोनो पोल को लेकर श्री महावीर मंडल पूर्वी क्षेत्र के कार्यकारी अध्यक्ष एवं चंद्रवंशी महासभा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बजरंग वर्मा ने बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि रांची नगर निगम के अधिकारी और बाजार शाखा ने शहर में लगाए गए 70 मोनो पोल के लिए संबंधित विभागों से अनापत्ति पत्र नहीं लिया है। नगर निगम द्वारा मोनो पोल लगाने में नियम कानून की धज्जियां उड़ाई गई हैं। बजरंग ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि मोनो पोल को लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस के वरीय अधिकारी चिन्हित करते हैं। पथ निर्माण विभाग से भी क्लीन चिट लेनी पड़ती है। साथ ही इसके लिए बिजली विभाग से भी एनओसी लिया जाता है। लेकिन निगम के अधिकारियों ने बिना किसी विभाग से एनओसी लिए शहर में 70 पोल लगा दिया है।
इस कारण से दुर्घटना का बढ़ जाता है खतरा
बजरंग ने कहा कि नियम के अनुसार यह पोल सरकारी नाली के बाद वाले स्थान में किनारे कर के लगाने की प्रक्रिया है। पोल चौक चौराहा के अगल-बगल भी नहीं लगाना हैं, क्योंकि चौक चौराहा में इन पोल के लाइट जलने से वाहन चलाने वालों की आंखों में रोशनी पड़ती है। जिससे उनका ध्यान बटने से दुर्घटना होने का खतरा बढ़ जाता है। इन पोलों को मनमर्जी तरीके से लगा दिया गया।
राज्यपाल व नगर विकास मंत्री से मिलेगा प्रतिनिधिमंडल
इस मामले में उच्च स्तरीय जांच करने की मांग बजरंग वर्मा ने की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि इन मोनो पोलो को लगाने और इसके आवंटन में वित्तीय अनियमितता बरती गई है। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल और नगर विकास विभाग के मंत्री और सचिव से मिलकर मामले से अवगत कराएगा।