न्यूज स्टॉपेज डेस्क
रिम्स अस्पताल में 1 मार्च से एक नया सिस्टम लागू होने जा रहा है, जिसके तहत बिना पास के किसी को भी अस्पताल परिसर में एंट्री नहीं दी जाएगी। यह व्यवस्था अस्पताल में सुरक्षा को बढ़ाने और परिसर के भीतर बढ़ रही असुविधाओं को कम करने के उद्देश्य से लागू की जा रही है। इतना ही नहीं अब अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टरों और स्टाफ को भी आईकार्ड लगाना होगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि अब तक बिना पास के वाहन और लोग अस्पताल परिसर में आ-जा सकते थे। लेकिन अब यह व्यवस्था सख्ती से लागू होगी।
डॉक्टर और स्टाफ को आईकार्ड अनिवार्य
नए सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत अस्पताल के सभी डॉक्टरों, नर्स और अन्य स्टाफ चाहे वे आउटसोर्स ही क्यों न हो उसे अस्पताल के परिसर में प्रवेश करने के लिए अपने पास एक अनिवार्य आइकार्ड पहनना होगा। यह कदम अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारियों की पहचान को भी सुनिश्चित करेगा। अस्पताल की सुरक्षा को और सुदृढ़ करने के लिए उठाया गया है। आइकार्ड के बिना किसी भी कर्मचारी को परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
बाहरी वाहनों को नहीं मिलेगा प्रवेश
रिम्स के नए दिशा-निर्देशों के तहत अस्पताल परिसर में बाहर से आने वाले किसी भी टू व्हीलर और चार पहिया वाहनों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। रिम्स प्रशासन का कहना है कि हर दिन 3000 से अधिक गाड़ियां अस्पताल परिसर में आती हैं, जिससे न केवल ट्रैफिक की समस्या उत्पन्न होती है, बल्कि सुरक्षा भी एक बड़ी चिंता बन जाती है। नए नियम के लागू होने के बाद अस्पताल के बाहर पार्किंग होगी। केवल मरीजों और उनके परिजनों को अस्पताल तक लाने के लिए वाहनों को अंदर आने की अनुमति होगी।
ओपीडी और इमरजेंसी वाली गाड़ियों को छूट
अस्पताल प्रशासन ने ओपीडी और इमरजेंसी डिपार्टमेंट में आने वाली गाड़ियों के लिए विशेष छूट देने का निर्णय लिया है। इन गाड़ियों को मरीजों को लाने और ले जाने के लिए परिसर के भीतर प्रवेश करने की अनुमति होगी। इस व्यवस्था से मरीजों और उनके परिवारों को असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा। विशेष रूप से आपातकालीन स्थितियों में उन्हें रोका नहीं जाएगा। यह छूट केवल उन वाहनों को मिलेगी जो मरीजों को अस्पताल लाने और ले जाने के लिए अस्पताल परिसर में आयेंगे।
कैंपस से हटाई जाएंगी दुकानें
अस्पताल परिसर में सेंकड़ों दुकानें लग रही है। अब बाउंड्री कराई जा रही है। इसके बाद परिसर में लगने वाली दुकानें हटाई जाएंगी। उन्हें परिसर में अन्य जगह पर व्यवस्थित करने की तैयारी है। इसके अलावा अवैध रूप से चल रही दुकानों पर भी कार्रवाई की तैयारी है।