न्यूज स्टॉपेज डेस्क
नए कर्ज की तलाश में फ्रांस पहुंचे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। शाहबाज मीटिंग वेन्यू पर पहुंचते हैं। यहां तेज बारिश हो रही थी। कार के गेट पर वुमन प्रोटोकॉल ऑफिसर छाता लेकर खड़ी थी। कार से उतरकर शाहबाज उससे छाता लेते हैं, और बिना उसको साथ लिए अकेले ही मीटिंग हॉल में पहुंच जाते हैं। महिला अफसर भीगते हुए पीछे-पीछे आती है। दूसरा वीडियो इस्लामाबाद का है। इसमें एक जर्नलिस्ट फाइनेंस मिनिस्टर इशहाक डार से IMF से कर्ज न मिलने पर सवाल पूछता है तो जवाब में उसे वित्त मंत्री थप्पड़ मार देते हैं।
शाहबाज शरीफ और प्रोटोकॉल
शाहबाज यहां न्यू ग्लोबल फाइनेंसिंग पैक्ट समिट में हिस्सा लेने के लिए आए हैं। इसमें दुनिया के गरीब और कर्ज में दबे देशों को कुछ कर्ज और कुछ दूसरी कारोबारी रियायतें दी जाती हैं। गुरुवार को पेरिस के पेलेइस ब्रोग्नीआर्त में यह मीटिंग शेड्यूल थी। शरीफ होटल से मीटिंग वेन्यू पर पहुंचे तो तेज बारिश हो रही थी। शाहबाज की कार रुकी तो उसके डोर पर एक महिला प्रोटोकॉल अफसर अम्ब्रेला यानी छाता लेकर खड़ी थी। प्रोटोकॉल के मुताबिक, शाहबाज को यही अफसर अपने छाते में लेकर वेन्यू गेट तक ले जाती।बहरहाल, शाहबाज कार से उतरे, महिला से चंद अल्फाज कहे और फिर उसके हाथ से छाता लेकर अकेले ही तेज कदमों से मीटिंग हॉल की तरफ बढ़ गए। यह अफसर हैरानी से हल्के कदमों से उनके पीछे-पीछे चलती रही। तेज बारिश में वो भीग चुकी थी।वीडियो में साफ नजर आता है कि गेट पर मौजूद एक मेल रिसीविंग ऑफिसर महिला से कुछ बातचीत करता है, लेकिन तब तक शरीफ हॉल में एंटर हो चुके थे। यहां उनका इंतजार फ्रांस की मिनिस्टर कैथरीन कोलोना कर रहीं थीं।
शरीफ के दफ्तर ने ही पोस्ट किया वीडियो
मजे की बात यह है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को सबसे पहले शाहबाज शरीफ के ऑफिस ने ही पोस्ट किया। इसके बाद लोगों ने शाहबाज के तौर-तरीकों को लेकर तंज कसना शुरू कर दिए। एक यूजर ने लिखा- इस महिला अफसर की जिम्मेदारी ही शरीफ को अपने छाते में लेकर मीटिंग हॉल तक ले जाने की थी। शरीफ बताएंगे कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया? क्या उन्हें प्रोटोकॉल नॉर्म्स की जानकारी नहीं थी। एक और यूजर ने लिखा- हो सकता है कि शरीफ का इरादा गलत नहीं हो, लेकिन प्रोटोकॉल फॉलो करना भी तो जरूरी है। मुमकिन है कि शरीफ ये चाहते हों कि महिला अफसर की बजाए वो छाता खुद थामें, लेकिन उस अफसर को बारिश में छोड़ देना कहां की समझदारी थी। पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशहाक डार ने कुछ महीने पहले कहा था कि अगर IMF से कर्ज नहीं मिलता तो उनके पास दूसरे विकल्प हैं। इसके बावजूद अब तक किसी दूसरे रास्ते से वो लोन हासिल नहीं कर सके हैं।
IMF का गुस्सा पत्रकार पर उतरा
पाकिस्तान के फाइनेंस मिनिस्टर इशहाक डार ने इस्लामाबाद में एक पत्रकार को थप्पड़ मार दिया। यह जर्नलिस्ट डार से सिर्फ यह जानना चाहता था कि आखिरकार इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी IMF पाकिस्तान को कर्ज क्यों नहीं दे रहा है। पत्रकार का सवाल इसलिए भी जायज था, क्योंकि पूरा मुल्क इसका जवाब जानना चाहता है। गुरुवार को संसद में भाषण के बाद डार सिक्योरिटी स्टाफ के साथ पार्लियामेंट बिल्डिंग से निकल रहे थे। इस दौरान ‘समा टीवी’ के रिपोर्टर शाहिद कुरैशी ने डार से पूछा- सर, आज आप IMF से जुड़े सवाल पर कुछ कहेंगे? जवाब में डार कहते हैं- मैं पहले ही पार्लियामेंट में काफी बोल चुका हूं। इस पर पत्रकार फिर कहता है- पेरिस में प्राइम मिनिस्टर IMF चीफ से मिले हैं। आगे क्या हो रहा है? लोन मिलने में नाकामी की वजह क्या है? इस सवाल पर डार झल्लाते हुए कहते हैं… तुम जैसे लोगों की वजह से कर्ज नहीं मिल पाता। जवाब में जर्नलिस्ट कहता है- सर, हम सिस्टम का हिस्सा तो नहीं हैं सर। हम तो सिर्फ सवाल पूछ सकते हैं। इस पर डार पलटते हैं और पत्रकार को चांटा मार देते हैं। जर्नलिस्ट कहता है- सर, मारपीट क्यों कर रहे हैं।