न्यूज़ स्टॉपेज डेस्क
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में किया चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग व जी-20 शिखर सम्मेलन की सफलता का जिक्र
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ की। पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग और जी-20 शिखर सम्मेलन की सफलता से जुड़े कई पत्र मिले हैं। उन्होंने बताया कि चंद्रयान-3 को लेकर देश में जबरदस्त उत्साह का माहौल है। पीएम ने कहा, आजादी का ये अमृतकाल, देश के लिए हर नागरिक का कर्तव्य काल भी है। अपने कर्तव्य निभाते हुए ही हम अपने लक्ष्यों को पा सकते हैं, अपनी मंजिल तक पहुंच सकते हैं। कर्तव्य की भावना, हम सभी को एक सूत्र में पिरोती है। पीएम मोदी ने जंगली जीवन की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा,बीते कुछ वर्षों में देश में शेर, बाघ,तेंदुआ और हाथियों की संख्या में उत्साहवर्धक बढ़ोतरी देखी गई। कई और प्रयास भी निरंतर जारी हैं, ताकि दूसरे जीव-जंतुओं को बचाया जा सके।
जीवों पर करूणा कीजिए और उन्हें अपना मित्र बनाइए
हमारे शास्त्रों में कहा गया है- जीनेषु करुणा चापि, मैत्री तेषु विधीयताम्। अर्थात, जीवों पर करूणा कीजिए और उन्हें अपना मित्र बनाइए। हमारे तो ज्यादातर देवी-देवताओं की सवारी ही जीव-जन्तु हैं। कहा कि भारत में अब वैश्विक धरोहरों की संख्या 42 हो गई है। भारत का प्रयास है कि हमारे ज्यादा से ज्यादा ऐतिहासिक और सांस्कृतिक जगहों को विश्व धरोहर के तौर पर मान्यता मिले। पीएम ने कहा कि भारत में एक से बढ़कर एक विश्व हेरिटेज साइट्स हैं। कुछ ही दिन पहले शांति निकेतन और कर्नाटक के पवित्र होयसड़ा मंदिरों को विश्व धरोहर घोषित किया गया है।
भारत की विविधता का दर्शन करें
पीएम मोदी ने देशवासियों को विश्व पर्यटन दिवस की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा, 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस हैं, पर्यटन को कुछ लोग सिर्फ सैर-सपाटे के तोर देखते हैं, लेकिन पर्यटन का एक बहुत बड़ा पहलू रोजगार से जुड़ा है। मेरा आप सबसे आग्रह है कि जब आप कहीं घूमने जाने की योजना बनाएं, तो ये प्रयास करें कि भारत की विविधता की दर्शन करें। पीएम ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में भारत के प्रति आकर्षण बढ़ा है और जी-20 के सफल आयोजन के बाद दुनिया के लोगों की रुचि भारत की ओर बढ़ गई है।पीएम मोदी ने कहा,दिल्ली में एक और रोमांचक कार्यक्रम होने जा रहा है। जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट प्रोग्राम। इस प्रोग्राम से देश भर के लाखों यूनिवर्सिटी के छात्र एक-दूसरे से जुड़ेंगे। इसमें आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी और मेडिकल कॉलेजों जैसे कई प्रतिष्ठित संस्थान भी भाग लेंगे। मैं चाहूंगा कि अगर आप कॉलेज स्टूडेंट हैं तो 26 सितंबर को होने वाले इस कार्यक्रम को जरूर देखिएगा। इससे जरूर जुड़िएगा।
इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर का सूत्रपात
जब भारत बहुत समृद्ध था, उस जमाने में, हमारे देश में और दुनिया में सिल्क रूट की बहुत चर्चा होती थी। यह सिल्क रूट व्यापार-कारोबार का बहुत बड़ा माध्यम था। अब आधुनिक जमाने में भारत ने एक और इकोनॉमिक कॉरिडोर जी-20 में सुझाया है। ये है इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर। यह आने वाले सैकड़ों वर्षों तक विश्व व्यापार का आधार बननने जा रहा है और इतिहास इस बात को हमेशा याद रखेगा कि इस कॉरिडोर का सूत्रपात भारत की धरती पर हुआ था।
जी-20 से भारत ने मनवाया अपने नेतृत्व क्षमता का लोहा
पीएम मोदी ने कहा,चंद्रयान-3 की सफलता के बाद जी-20 के शानदार आयोजन ने हर भारतीय की खुशी को दोगुना कर दिया। भारत मंडपम तो अपने आप में एक सेलिब्रिटी की तरह हो गया है। लोग उसके साथ सेल्फी खिंचा रहे हैं और गर्व से पोस्ट भी कर रहे हैं। भारत ने इस समिट में अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में पूर्ण सदस्य बनाकर अपने नेतृत्व का लोहा मनवाया है।
हमारे वाट्सअप ग्रुप से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें: https://chat.whatsapp.com/EVBAiUdCPZGL492hCJH8Mw