न्यूज़ स्टॉपेज डेस्क
रविवार 25 फरवरी को इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार 15 शाअबान है। इस दिन शब-के-बरात मनाई जाती है। रविवार की रात में लोग जाग कर इबादत करेंगे। साथ ही कब्रिस्तान जाकर अपने मरहूमीन (पूर्वजों) की कब्र में फातिहा पढ़ेंगे। इसको लेकर डोरंडा ईदगाह कब्रिस्तान में तैयारी लगभग मुकम्मल कर ली गई है।
लाइट का इंतेजाम कर साफ-सफाई कराई गई
शब-ए-बरात के मौके पर कब्रिस्तान में अपने मरहूम की कब्र पर फतिया पढ़ने के लिए रात भर लोग कब्रिस्तान आते हैं।
में लोगों के आने को लेकर लाइट की व्यवस्था कराई गई। ताकि कब्रिस्तान आने वालों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। वही कब्रिस्तान की विशेष रूप से सफाई भी कराई गई। झाड़ियां को साफ किया गया।
चाय के साथ सेहरी का भी रहेगा इंतजाम
रात में कब्रिस्तान आने वाले लोगों के लिए कब्रिस्तान कमेटी की ओर से चाय की व्यवस्था की जाएगी। वही रोजा रखने वालों के लिए सेहरी का इंतजाम भी कमेटी की ओर से की जाएगी। दरअसल आम तौर पर शब-ए-बरात के दिन और उसके दूसरे दिन लोग रोजा (उपवास) रखते हैं। अपने मरहूमिन की कब्रों पर आने वाले लोगों को तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर कमेटी के लोग खिदमत में जुटे हैं। खासकर अनवर खान (अध्यक्ष), जुबेर अहमद (सचिव), आसिफ इकबाल (कोषाध्यक्ष), आफताब रिजवी, आरिफ जमाल, रिंकू भाई, नज्जू भाई, मो. कफील गद्दी, हाजी मुख्तार, मो. फिरोज, मौलाना मनीर, मो. फिरोज, पप्पू आलम, साजिद गद्दी और चंपा आदि इसमें शामिल हैं।