न्यूज स्टॉपेज डेस्क
रिम्स अन्य निजी अस्पतालों के लिए डंपिंग ग्राउंड नहीं हैं। जहां वे एक मरीज के साथ कुप्रबंधन करते हैं और उनके पैसे ख़त्म होने जाने पर उन्हें रिम्स रेफर कर देते है। ये बातें रिम्स निदेशक प्रो (डॉ) राजकुमार ने सभी विभागाध्यक्षों के साथ बैठक में कही। बैठक में अन्य अस्पतालों से गंभीर मरीज़ों को रिम्स भेजने के सन्दर्भ में चर्चा हुई। निदेशक ने कहा इस सम्बन्ध में रिम्स द्वारा एक नीति तैयार कर शासी परिषद में प्रस्तुत किया जाये। इसके अलावा अन्य विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। जिनमें डीन प्रो (डॉ) शशिबाला सिंह, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. (डॉ) हीरेन्द्र बिरुआ, चिकित्सा उपाधीक्षक-2 डॉ राजीव रंजन उपस्थित थे।
विभागाध्यक्षों को नियमित रूप से वार्डों का राउंड लेने कहा
निदेशक ने सभी विभागाध्यक्षों से नियमित रूप से वार्डों का राउंड लेने का आग्रह किया। साथ ही निर्देश दिया कि राउंड में दी जा रही सलाह और समय का पर्ची में उल्लेख करें और इसे तुरंत लागू किया जाए। निदेशक ने सभी के लिए आई कार्ड लगाना अनिवार्य किया है और सभी विभागाध्यक्षों को इसका सख्ती से पालन कराना सुनिश्चित करने कर निर्देश दिया।
छात्रों को अनुशासन सिखाया जाना
इसके अलावा निदेशक ने कहा कि रिम्स में परीक्षा और शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने की जिम्मेदारी सभी विभागाध्यक्षों की रहेगी। सभी छात्रों को अनुशासन सिखाया जाना चाहिए क्योंकि वे किसी न किसी तरह से अपने शिक्षकों का अनुकरण करते हैं।