पुराना संसद भवन आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा : पीएम मोदी
* कल से नए भवन में चलेगा कार्यवाही
न्यूज़ स्टॉपेज डेस्क
संसद का सोमवार से विशेष सत्र शुरू हो गया.इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान, संसद पर हुए आतंकी हमले, संसद में अपने पहले दिन समेत कई यादों को सदन के सदस्यों के साथ ताजा किया. साथ ही बताया कि आर्टिकल 370 समेत कई ऐसे कानून इस पुरानी संसद भवन की इमारत में पास हुए, जिन्होंने देश की सामाजिक और राजनीतिक स्थिति में बड़े बदलाव किये.पीएम मोदी ने कहा,सदन हमेशा गर्व से कहेगा कि (धारा 370 को हटाना) उसके कारण संभव हुआ.जीएसटी भी यहीं पारित हुआ.वन रैंक-वन पेंशन देखी गई और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण को बिना किसी विवाद के पहली बार सफलतापूर्वक अनुमति दी गई. उन्होंने कहा कि हम नए भवन में भले ही जाएंगे, लेकिन पुराना भवन भी आगे आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा.पीएम मोदी ने कहा कि भारत इस बात का गर्व करेगा कि जी-20 में भारत की अध्यक्षता के समय अफ्रीकन यूनियन जी-20 का सदस्य बना. पीएम मोदी ने कहा,आतंकी हमला हुआ, पूरे विश्व में ये हमला एक इमारत पर नहीं था. ये लोकतंत्र की मां, हमारी जीवात्मा पर ये हमला था. आज का दिवस संसद के सदस्यों के गौरवगान का दिवस है. आज 19 सितंबर से नए भवन में संसद सत्र चलेगा।
पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, अटल बिहारी बाजपेयी व मनमोहन सिंह तक, सभी ने देश को दी नई दिशा
पीएम ने कहा कि पंडित नेहरू और शास्त्री जी से लेकर अटल बिहारी बाजपेयी और मनमोहन सिंह जी तक, सब ने देश को नई दिशा दी है. आज सबका गुणगान करने का समय है. सबने इस सदन को समृद्ध करने और देश की सामान्य से सामान्य नागरिक को आवाज देने का काम किया है…राजीव जी, इंदिरा जी को जब देश ने खो दिया तब इसी सदन नेउन्हें अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी. हर स्पीकर ने इस सदन को सुचारू रूप से चलाया है. अपने कार्यकाल में उन्होंने जो निर्णय दिए हैं, आज भी उन्हें रेफरेंस प्वाइंट माना जाता है.मालवंकर जी से लेकर सुमित्रा जी तक हर एक की अपनी शैली रही है. सबने नियमों और कानूनों के बंधन में इस सदन को चलाया. मैं उन सभी का अभिनंदन करता हूं.
संसद के आतंकी हमले को कोई नहीं भूल सकता है
पीएम मोदी ने कहा कि आतंकी हमला हुआ, पूरे विश्व में ये हमला एक इमारत पर नहीं था, बल्कि एक प्रकार से हमारी जीवात्मा पर ये हमला था. ये देश उस घटना को कभी नहीं भूल सकता है. लेकिन आतंकियों से लड़ते- लड़ते, सदस्यों को बचाने के लिए जिन्होंने अपने सीने पर गोलियां झेलीं आज मैं उनको भी नमन करता हूं. जब आज हम इस सदन को छोड़ रहे हैं तो मैं उन पत्रकारों को भी याद करना चाहता हूं, जिन्होंन यहां रिपोर्टिंग की है, उनकी समार्थ्यता थी कि वो अंदर की खबर और अंदर के अंदर की खबर भी पहुंचाते थे, उनके काम को कोई भूल नहीं सकता है. खबरों के लिए के लिए नहीं, बल्कि भारत की विकास यात्रा के लिए उन्होंने सबकुछ खपा दिया, उनको याद करने का समय है- जैसी ताकत यहां की दीवारों की रही है, वैसा ही दर्पण उनकी कलम में रहा है. कई पत्रकार बंधुओं के लिए भी ये सदन छोड़ना आज भावुक पल रहा होगा.
कांग्रेस ने 70 साल में देश के लोकतंत्र को मजबूत किया : खड़गे
नई दिल्ली : विशेष सत्र के दौरान कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हमसे बार-बार पूछा जाता है कि 70 साल में आपने क्या किया.उन्होंने कहा कि हमने 70 साल में देश के लोकतंत्र को मजबूत किया. नेहरू काल में देश की नींव पड़ी.नींव के पत्थर दिखते नहीं हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नड्डा साहब हमें छोटा करने के लिए गठबंधन का नाम इंडी बोलते है.उन्होंने कहा कि नाम बदलने से कुछ नहीं होता है, हम इंडिया हैं.अपने भाषण में मणिपुर का मुद्दा उठाते हुए खरगे ने कहा कि पीएम यहां-वहां जाते हैं लेकिन मणिपुर नहीं गए. वहीं हर मुद्दे पर बाहर भाषण देने को लेकर भी खरगे ने पीएम मोदी से सवाल किया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने अपने 9 साल के कार्यकाल में परंपरागत बयानों को छोड़कर सिर्फ दो बार ही बयान दिया है. उन्होंने पूछा कि क्या यही लोकतंत्र है. जब कि अटलजी ने अपने कार्यकाल में 21 बार और मनमोहन सिंह ने 30 बार बयान दिया था. अधीर रंजन ने कहा कि पोखरण परमाणु परीक्षण के बाद हम पर प्रतिबंध लगाए गए थे, उन प्रतिबंधों को हटाने का काम हमारे पूर्व पीएम मनमोहन सिंह जी ने किया. बीजेपी पर हमलावर कांग्रेस नता ने कहा कि जिन मनोमोहन पर बीजेपी मौन रहने का आरोप लगाती थी वो मौन नहीं रहते थे. दरअसल वह बात कम और काम ज्यादा करते थे. बीजेपी के वसुधैव कुटुम्बकम की बात करते हुए अधीर रंजन ने कहा कि इसका मतलब होता है कि सबकी चिंताओं को शामिल करना चाहिए, यही तो हम कहते हैं.मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा,नेहरू जी का मानना था कि एक मजबूत विपक्ष की अनुपस्थिति का मतलब है कि सिस्टम में महत्वपूर्ण कमियां हैं. अगर कोई मजबूत विपक्ष नहीं है, तो यह सही नहीं है. अब, एक मजबूत विपक्ष है. ईडी, सीबीआई के माध्यम से इसे कमजोर करने पर प्रयास किया जा रहा है.उन्हें अपनी पार्टी में ले जाओ, उन्हें वॉशिंग मशीन में डाल दो और जब वे पूरी तरह से साफ निकल आएं.आप देख सकते हैं क्या आज हो रहा है. पीएम संसद में कम ही आते हैं और जब आते हैं तो इसे एक इवेंट बनाकर चले जाते हैं.राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जी20 को लेकर केंद्र सरकार पर कटाक्ष करने की कोशिश की. खड़गे ने अपने भाषण में कहा कि हम महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर ध्यान देने के बजाय जी2 के बारे में बात करने में व्यस्त हैं.जब खड़गे ने जी20 को जी2 कहा तो इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें टोक दिया. उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह जी20 है. इसके जवाब में खड़गे ने कहा कि जीरो कमल से ढका हुआ है.