SPECIAL STORY : रांची के 236 बूथ होंगे पर्दानशीं, जाने क्यों है ये खास

न्यूज स्टॉपेज डेस्क
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तैयारी पूरे राज्य में जोरों पर है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से लेकर सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला दंडाधिकारी चुनाव को बेहतर ढंग से संपन्न कराने में लगे हैं। वोटरों को तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। वोटरों की सुविधा को लेकर स्पेशल मतदान केंद्र भी बनाए जा रहे हैं। इसके तहत इस बार रांची में 236 पर्दानशीं बूथ बनाए जाएंगे। वहीं पूरे राज्य की बात की जाए तो 2010 पर्दानशीं बूथ बनाए जा रहे हैं।

रांची विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक होंगे 90 बूथ
रांची लोकसभा क्षेत्र के तहत कुल 6 विधानसभा आते हैं। सभी 6 विधानसभा में से रांची विस क्षेत्र में सबसे अधिक 90 पर्दानशीं बूथ होंगे। मांडर विस क्षेत्र में 78, खिजरी में 32, कांके में 22, हटिया में 08, तमाड़ में 04 बूथ होंगे। वहीं, सबसे कम सिल्ली विस क्षेत्र में महज 02 पर्दानशीं बूथ बनाए जाएंगे।

राज्य में सबसे ज्यादा बूथ पूर्वी सिंहभूम में होंगे
राज्यभर में बनाए गए 2010 पर्दानशीं में सबसे अधिक 267 बूथ पूर्वी सिंहभूम में हैं। रांची जिला दूसरे नंबर पर है। वहीं, सबसे कम पर्दानशीं बूथ लातेहार में होंगे। यहां कुल 16 बूथ होंगे।

पोलिंग पार्टी में पी-2, पी-3 कर्मचारी होंगी महिलाएं
पर्दानशी सभी बूथों पर पी-2 व पी-3 स्तर के मतदानकर्मी महिलाएं होंगी। जबकि, पी-1 मतदानकर्मी पुरुष होगा। इसके लिए रांची जिला में कुल 568 महिला मतदानकर्मी लगाई जाएंगी। जबकि, 47 महिलाओं को रिजर्व में रखा गया है।

क्या होता है पर्दानशीं बूथ
वैसे पोलिंग बूथ जहां पर्दे में रहने वाली महिलाओं की संख्या अधिक होती है वहां पर्दानशीं बूथ बनाया जाता है। मतलब किसी धर्म या जाति से संबंधित महिलाओं के लिए ये बूथ नहीं बनाया जाता है। जैसे राजस्थान और पंजाब में लगभग सभी धर्म की महिलाएं घूंघट में रहती हैं। ऐसे में जिस इलाके में घूंघट या पर्दे में रहने वाली महिलाओं की संख्या ज्यादा होती है वहां पर्दानशीं बूथ बनाया जाता है।

क्यों बनाया गया है ये बूथ
कोई पोलिंग एजेंट पर्दानशीं मतदाता को लेकर आशंका जताता है तो वहां तैनात महिला कर्मचारी इसकी जांच कर सकती है। वैसे महिला वोटर का वोटर कार्ड या अन्य दस्तावेज से उसके चेहरे की मिलान महिला कर्मी करेगी। लेकिन कोई पोलिंग एजेंट मतदान को प्रभावित करने की नियत से बार-बार आपत्ति जताए और उसकी शिकायत सही नहीं पाई जाए तो पीठासीन अधिकारी उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं। ऐसे एजेंट की सूचना सेक्टर, जोनल मजिस्ट्रेट से लेकर संबंधित विधानसभा के निर्वाची पदाधिकारी व कलेक्ट्रेट में स्थित कंट्रोल रूम को दी जाएगी। फिर पोलिंग एजेंट के खिलाफ तत्काल प्रभाव से कार्रवाई होगी।

जानें किस जिले में कितने पर्दानशीं बूथ बनाए गए
1. साहेबगंज – 140
2. पाकुड़ – 160
3. दुमका- 63
4. जामताड़ा – 166
5. देवघर – 117
6. गोडा -134
7. कोडरमा – 81
8. हजारीबाग – 44
9. रामगढ़- 37
10. चतरा – 90
11. गिरिडीह – 30
12. बोकारो – 37
13. धनबाद – 172
14. पूर्वी सिंहभूम- 267
15. सरायकेला-खरसावां – 75
16. पश्चिम सिंहभूम – 35
17. रांची – 236
18. खूंटी – 26
19 गुमला – 51
20. सिमडेगा – 20
21. लोहरदगा – 66
22. लातेहार – 16
23. पलामू – 55
24. गढ़वा – 22

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