रांची के ग्रामीण क्षेत्र के लिए शुरु होगा टॉक टू डीसी कार्यक्रम

मुखिया-उपमुखिया के लिए क्षमता संवर्द्धन कार्यशाला-सह-सम्मेलन आयोजित
न्यूज स्टॉपेज डेस्क
रांची जिला के ओरमांझी प्रखंड के रुक्का में शनिवार को मुखिया एवं उपमुखियागणों के क्षमता संवर्द्धन कार्यशाला-सह-सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले मुखियाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। ग्रामीण क्षेत्र के लिए टॉक टू डीसी कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी। डीसी मंजूनाथ ने खुद कहा कि महीने में एक बार टॉक टू डीसी कार्यक्रम होगा। वहीं डीसी ने ये भी बताया कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी, जिला प्रशासन की गतिविधियों एवं द्विपक्षीय संवाद हेतु जिला के सभी प्रखंडों के लिए अबुआ ग्रुप बनाया गया है। इस ग्रुप में बीडीओ, सीओ, जेएसएलपीएस के पदाधिकारी-कर्मी, स्थानीय जनप्रतिनिधि, पत्रकारों एवं अन्य लोगों को जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय, प्रखंड-अंचल एवं पंचायत कार्यालय सही से काम करेंगे तो ग्रामीण क्षेत्र का विकास संभव है। उन्होंने सभी लोगों से अबुआ ग्रुप से जुड़ने की अपील की।

शिक्षक देर से स्कूल आयें तो अबुआ साथी को बताएं
डीसी ने सभी मुखिया एवं उपमुखिया को जिला प्रशासन द्वारा जनशिकायत के लिए जारी व्हाट्सएप नंबर 9430328080 (अबुआ साथी) के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिला में सरकारी काम-काज में किसी तरह की अनियमितता होती है तो अबुआ साथी पर शिकायत करें। जिला प्रशासन द्वारा सेल बनाकर अबुआ साथी पर आए शिकायतों का निष्पादन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षक लेट से स्कूल आते हैं या स्वास्थ्य केन्द्र में एएनएम नहीं आ रही हैं तो अनियमितता से संबंधित शिकायत अबुआ साथी पर करें।

हर 15 दिनों में हो संवाद
डीसी ने कहा कि जिला के सभी पंचायतों का सर्वांगीण विकास करना है और इसके लिए सभी को मिलकर समाधान ढूंढना है। जिला प्रशासन का प्रयास है कि हर 15 दिनों में सभी मुखियागणों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद हो। पंचायत स्तर पर योजनाओं का क्रियान्वयन करने वाले मुखिया-उपमुखिया है। पंचायत स्तर पर सभी मुखियागण, पंचायत सचिव और रोजगार सेवक के साथ सप्ताह में एक दिन बैठक करें। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर सचिव और सेवक के पंचायत भवन में उपस्थित रहने के लिए रोस्टर भी तैयार किया गया है। वहीं, डीसी ने सभी बीडीओ को निर्देश दिया कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर सुझाव लें। प्राप्त सुझावों के क्रियान्वयन की दिशाा में कार्य करें।

अफीम की खेती एवं नशापान के खिलाफ शपथ
क्षमता संवर्द्धन कार्यशाला-सह-सम्मेलन में उपस्थित मुखिया-उपमुखिया, पदाधिकारियों एवं उपस्थित लोगों को अफीम की खेती के विरुद्ध शपथ दिलाई गई। डीसी ने कहा कि सभी नशापान को लेकर सतर्क रहें और हड़िया-दारु बेचने वाली महिलाओं को भी मुख्यधारा से जोडें। उन्होंने रोजगार देने के नाम पर ठगी करने वालों से भी सावधान रहने की अपील की। शंका होने पर ऐसे लोगों के बारे मंे जिला प्रशासन को फौरन जानकारी दें।

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