न्यूज स्टॉपेज डेस्क
रजब-उल-मुरज्जब महीने का चांद शुक्रवार को नजर आया। शनिवार 13 जनवरी 2024 को रजब महीने का पहला दिन होगा। वहीं,18 जनवरी 2024 दिन जुमेरात को उर्से ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती (गरीब नवाज) होगा। वहीं, 7 फरवरी 2024 को शब ए मेराज है। यह जानकारी एदार ए शरिया झारखंड के नाजिमे आला मौलाना मुहम्मद कुतुबुद्दीन रिजवी ने दी। उन्होंने कहा है रजबुल मोरज्जब का चांद आम तौर नजर आया।
65 स्थानों पर थी चांद देखनें की व्यवस्था
मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने बताया कि राज्य के 65 स्थानों पर चांद देखने की व्यवस्था की गई थी। एदार ए शरिया झारखंड इस्लामी मरकज रांची के अलावा रामगढ़ , हजारीबाग, धननबाद, लोहरदगा, डाल्टेनगंज, चतरा, जमशेदपुर, दुमका, मधुपुर, जामताड़ा, बोकारो, गिरिडीह, गढ़वा, लोहरदगा, राजमहल, गोड्डा, कोडरमा, सिमडेगा सहित अन्य स्थानों पर चांद देखने का इंतजाम था।
इमारत शरीया ने भी चांद देखे जाने का किया एलान
दारुल कजा इमारत शारीया रांची के काजी-ए-शरीअत मुफ्ती मोहम्मद अनवर कासमी ने भी चांद देखे जाने की पुष्टी की। उन्होंने कहा कि रजब-उल-मुरज्जब महीने का चांद सिमडेगा और रांची के बलसोकरा में आम तौर पर नजर आया है। जिस की तस्दीक हो चुकी है। इसलिए 13 जनवरी 2024 दिन शनिवार को रजब-उल-मुरज्जब महीने की पहली तारीख है। उन्होंने बताया कि यही फैसला मर्कजी दारुल कजा इमारत शारीया फूलवारी शरीफ पटना का भी है ।