न्यूज स्टॉपेज डेस्क
बिहार के आरा में एक्सिस बैंक शाखा से सुबह-सुबह 16 लाख रुपए की लूट हुई। चार मिनट के अंदर ही बैंक के काउंटर पर रखे 16 लाख रुपए लूटकर लुटेरे भाग गए। दूसरी और पुलिस गलत सूचना की शिकार बन गई। बैंक को बाहर से घेराबंदी कर डेढ़ घंटे तक घेराबंदी की। लुटेरों को एनकाउंटर का डर दिखाया। बार-बार सरेंडर करने कहा। लेकिन लुटेरों के भाग जाने का खुलासा तब हुआ जब भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार बैंक के अंदर पहुंचे। दरअसल एसपी व अन्य पुलिसकर्मी
बुलेटप्रूफ जैकेट पहनकर बैंक के अंदर घुसे तो पाया कि कोई लुटेरा वहां मौजूद नहीं है। वहीं, लूट के दौरान लुटेरों ने स्टाफ को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। बैंक का लॉकर भी सुरक्षित पाया गया।
पुलिस ने कहा लुटेरों का फोटो-वीडियो मिला, जल्द होगी गिरफ्तारी
भोजपुर पुलिस ने बैंक में हुई लूट को लेकर एक बयान जारी किया। जिसमे उन्होंने कहा कि सभी लोगों को सूचित करना है कि आज दिनांक 6 दिसंबर 2023 की सुबह लगभग 10:15 बजे एक्सिस बैंक आरा में पांच अपराधी हथियार के साथ घुसे थे और बैंक कर्मियों को एक रूम में बंद कर दिया और काउंटर पर रखे हुए लगभग साढ़े 16 लाख रुपए लेकर 4 मिनट के अंदर फरार हो गए, बैंक कर्मियों ने थोड़ी देर बाद पुलिस को किसी फोन से सूचना दी की अपराधी बैंक के अंदर हैं इस पर पुलिस ने बैंक को घेर कर अंदर घुसी तो बैंक कर्मियों को निकाला गया और फुटेज चेक करने के बाद पता चला कि अपराधी बैंक कर्मियों को एक रूम में बंद करते हुए साढ़े 16 लाख रुपया को लेकर फरार हो गए। इस कार्यवाही में एसपी और एएसपी समेत सभी पुलिस अधिकारी और पुलिस बल 10 मिनट में बैंक पहुंच गए थे। अपराधियों का फोटो और वीडियो प्राप्त हो गया है उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित करके कार्यवाही आरंभ कर दी गई है।
पुलिस के कन्फ्यूजन से लुटेरों को मिले डेढ़ घंटे, हो गए फरार
कन्फ्यूजन में डेढ़ घंटे तक पुलिस लुटेरों का बैंक के बाहर इंतजार करती रही। दूसरी ओर लुटेरों के लिए पुलिस के बीच कन्फ्यूजन वरदान साबित हुआ। इतने समय का फायदा उठाकर वह आसानी से निकल गए। दूसरी ओर एनकाउंटर के खतरे के मद्देनजर पुलिस ने इलाके को भी सील कर दिया था। पुलिस आस-पास के मकान की छत से पॉजिशन लेकर बैठी थी। मगर जब पुलिस अंदर घुसी तो पता चला कि लुटेरे तो महज चार मिनट के अंदर ही लूट की घटना को अंजाम देकर भाग चुके थे। दूसरी ओर गलतफहमी की वजह से पुलिस का पूरा फोकस बैंक पर बना रहा। जबकि, लुटेरों को भागने के लिए डेढ़ घंटे का समय मिला।