न्यूज स्टॉपेज डेस्क
वक्फ संशोधन बिल पर मोदी सरकार का JDU ने समर्थन किया है। लोकसभा और राज्यसभा से ये बिल पास हो चुका। बिल के पास होने के बाद से ही नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में बवाल मचा। पार्टी में बगावत का दौर शुरू हो चुका है। जदयू के एक के बाद एक मुस्लिम नेताओं के इस्तीफा देने का सिलसिला जारी है। वक्फ बिल को समर्थन देने से नाराज गुलाम रसूल बलियावी सहित 5 मुस्लिम नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है। पार्टी छोड़ने वालों में प्रदेश सचिव एम. राजू नैयर, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव मोहम्मद शाहनवाज मलिक, प्रदेश महासचिव मो. तबरेज सिद्दीकी अलीग, भोजपुर से पार्टी सदस्य मो. दिलशान राईन और मोहम्मद कासिम अंसारी शामिल हैं।
नीतीश पर मुस्लिम नेताओं ने भरोसा तोड़ने का लगाया आरोप
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखे पत्र में मोहम्मद कासिम अंसारी ने कहा ‘वक्फ बिल पर समर्थन देकर JDU ने अपनी सेक्युलर छवि वाला भरोसा तोड़ दिया है। उन्होंने कहा है कि लोकसभा में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के दिए भाषण से भी लोग आहत हुए हैं।
ललन सिंह के बयान से हुआ है दुख
शाहनवाज मलिक ने कहा है कि JDU के समर्थन से लाखों-करोड़ों मुस्लिमों को धक्का लगा है। ललन सिंह के बयान काफी दुख हुआ है। पार्टी के इस कदम के कारण अब इस्तीफा दे रहा हूं।
कानूनी लड़ाई लड़ेंगे मौलाना बलियावी
एदारा-ए-शरिया के अध्यक्ष और JDU नेता सह पूर्व MLC मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने कानूनी लड़ाई लड़ने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अब कम्युनल और सेक्युलर में कोई फर्क नहीं रह गया है। इदारे शरिया देश के सभी हाईकोर्ट में लीगल सेल की बैठक करेगी। उन्होंने कहा कि दीवार पर लिखने से नहीं दिमाग से काम लेना होगा।
बीजेपी हमेशा मुसलमानों के खिलाफ करती है काम
CM नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले जदयू नेता सह MLC गुलाम गौस ने भी बिल का विरोध किया है। उन्होंने कहा, ‘BJP की सरकार हमेशा मुस्लिमों के खिलाफ ही काम करती है। उन्होंने कहा है कि इस बिल के जरिए वक्फ बोर्ड की जमीन को छीनने की कोशिश हो रही है।