रिम्स परिसर में खड़े 40 एंबुलेंस को ट्रैफिक पुलिस ने किया जब्त, चालकों ने हड़ताल पर जाने का किया एलान

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न्यूज स्टॉपेज डेस्क

राजधानी रांची स्थित राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स के परिसर में खड़ी प्राइवेट एंबुलेंस पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। ट्रैफिक डीएसपी के नेतृत्व में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए कैंपस में खड़ी 40 एंबुलेंस को जब्त किया। सभी एंबुलेंस को लेकर बरियातू थाने में रखा गया है। प्रशासन के इस कार्रवाई से रिम्स परिसर में काम करने वाले निजी एंबुलेंस कर्मियों और चालकों ने नाराजगी जताई है। उन्होंने हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया। एंबुलेंस चालकों का कहना है कि ना तो प्रबंधन और ना ही प्रशासन ने हम लोगों के लिए एंबुलेंस लगाने के लिए कोई स्थान चिन्हित कर रखा है। रोज कमान-खाने वालों पर मनमर्जी चलाया जा रहा है।

एंबुलेंस नहीं मिलने से शव ले जाने में भी हुई परेशानी
रिम्स परिसर में लगे 40 निजी एंबुलेंस को जब्त करने के कारण आम लोगों को भी काफी परेशानी हुई। क्योंकि, कोई परिजन अगर अपने मरीज को किसी और अस्पताल में ले जाना चाह रहा था तो उसके लिए मुश्किल से 108 एंबुलेंस की सुविधा मिल पा रही थी। वहीं, वैसे मरीज जिनकी मौत हो गई उनकी बॉडी मिलने के बावजूद परिजन शव को लेकर नहीं जा पा रहे थे। कुछ लोगों ने बाहर से निजी वाहन के माध्यम से शव को ले जाना भी चाहा तो रिम्स परिसर से निजी एंबुलेंस चलाने वाले पुलिस की कार्रवाई से नाराज होकर दूसरे वाहन को चलने नहीं दे रहे थे। ऐसे में कई परिजन राते भी नजर आए। मगर उनकी कोई सुनने वाला नहीं था।

बाहरी एंबुलेंस पर निजी चालकों ने लगा रखी है रोक
रिम्स परिसर में बाहरी एंबुलेंस पर निजी एंबुलेंस चालकों ने रोक लगा रखी है। मतलब बाहर के निजी एंबुलेंस से मरीजों या मृतक के शव को ले जाने नहीं दिया जा रहा है। बाहर से आने वाले एंबुलेंस सिर्फ मरीज को ला सकते हैं। ऐसे में शव को बस रिम्स के ही शव वाहन से भेजा जा पाया। कई लोग निजी वाहन लाकर शव ले जाना चाहे तो उन्हें ऐसा नहीं करने दिया गया। बताते चलें कि रिम्स के शव वाहन की सेवा वैसे लोगों को ही मिलती है जो राशनकार्ड धारक हों। ऐसे में साफ है कि सामान्य मरीजों को काफी परेशानी हुई है।

धरना पर बैठे रहे एंबुलेंस चालक
रिम्स के एंबुलेंस चालक पुलिस की कार्रवाई से नाराज होकर जहां बाहरी एंबुलेंस के आने का विरोध करते रहे। वहीं, रात भर धरना में बैठे रहे। दरअस वे चाहते हैं कि उन्हें स्थायी स्टैंड उपलब्ध कराया जाए। चालकों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मान ली जाती वे हड़ताल पर ही रहेंगे। इस दौरान एंबुलेंस की सेवा बाधित रखेंगे। वहीं, पुलिस का कहना है कि एमवीआई एक्ट के नियमों के अनुसार गाड़ियां जब्त की गई हैैं। नियमानुसार कार्रवाई होगी। जिन्हें चालान काटकर छोड़ा जा सकता है उन्हें सुबह छोड़ दिया जाएगा।

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