मनी लांड्रिंग केस में वीवो के तीन; लावा के एक अधिकारी अरेस्ट

subeditor
2 Min Read

न्यूज़ स्टॉपेज डेस्क
एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट(ईडी) मंगलवार को चीनी कंपनी वीवो मोबाइल के तीन और लावा के एक अधिकारी को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी मनी लांड्रिंग केस में हुई है। ईडी ने यह आरोप लगाया है कि अवैध रूप से फंड ट्रांसफर करने के मकसद से भारत में कई कंपनियों को इन कॉरपोरेट किया गया था इसके अलावा जांच से यह भी पता चला है, कि वीवो मोबाइल्स इंडिया ने अपनी सेल से हुई आय का लगभग आधा हिस्सा चीन को ट्रांसफर किया, ऐसा टैक्स बचाने के लिए किया गया था

अब तक वीवो के तीन चीनी अधिकारियों ने देश छोड़ा
1 अगस्त 2014 को वीवो मोबाइल स्थापित हुई थी वीवो मोबाइल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 1 अगस्त 2014 को हांगकांग स्थित कंपनी मल्टी एकॉर्ड लिमिटेड की सहायक कंपनी के रूप में स्थापित किया गया था और roc दिल्ली में रजिस्टर्ड किया गया था CA नितिन गर्ग, झेंगशेन ओउ, बिन लू और झांग जी ने स्थापित किया था. इसे 3 दिसंबर 2014 को शिमला में रजिस्टर्ड किया गया था। बिन लू ने 26 अप्रैल 2018 को भारत छोड़ दिया। झेंगशेन ओउ और झांग जी ने भी 2021 में भारत छोड़ दिया।

फोन मार्केट में चीनी कंपनियों का दबदबा
आईटी मिनिस्टर राजीव चंद्रशेखर ने बताया था कि 2021-22 में चीनी मोबाइल हैंडसेट कंपनियों का भारत में क्युमुलेटिव कारोबार 1.5 लाख करोड़ रुपए होने का अनुमान है। फोन मार्किट में चीनी कंपनियों का दबदबा रहा है। लोग इन हल्के सेट को पसंद भी करते है। दिल्ली पुलिस के एफआईआर के आधार पर यह जांच 3 फरवरी 2022 को शुरू किया गया था। दिल्ली पुलिस ने धारा 417, 120बी और 420 के तहत कालकाजी पुलिस स्टेशन में वीवो की एसोसिएट कंपनी ग्रैंड प्रॉस्पेक्ट इंटरनेशनल कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड (GPICPL), उसके डायरेक्टर, शेयरहोल्डर्स और सर्टिफाइंग प्रोफेशनल्स के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।

हमारे वाट्सअप ग्रुप से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें: https://chat.whatsapp.com/EVBAiUdCPZGL492hCJH8Mw

Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version